देवरिया न्यूज़, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देशानुसार, जाति प्रमाण पत्र सत्यापन में लापरवाही को गंभीरता से लिया गया है। उप जिलाधिकारी सदर विपिन कुमार द्विवेदी ने बताया कि लेखपाल मानवेन्द्र प्रताप सिंह को पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित किया गया है।
जाति प्रमाण पत्र सत्यापन में की गई देरी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तहसील स्तर पर केंद्रीय सेवाओं एवं राज्य सेवाओं के लिए अलग-अलग जाति प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। यदि राज्य सेवा के लिए एक बार प्रमाण पत्र जारी हो चुका है, तो उसका सत्यापन पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। इसके बाद केंद्रीय सेवा हेतु जाति प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
लेकिन, लेखपाल मानवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा 16 जनवरी 2024 को प्राप्त जाति प्रमाण पत्र के आवेदन को पोर्टल पर सत्यापित करने के बजाय अनावश्यक रूप से लंबित रखा गया। इस लापरवाही को देखते हुए जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देश पर कड़ी कार्रवाई की गई।
कार्रवाई के तहत कहां रहेंगे तैनात?
निलंबन की अवधि में, लेखपाल मानवेन्द्र प्रताप सिंह को कार्यालय रजिस्ट्रार कानूनगो, देवरिया सदर से संबद्ध किया गया है। इस दौरान उनके कार्यों की समीक्षा की जाएगी और आगे की जांच जारी रहेगी।
प्रशासन की सख्ती और जवाबदेही पर जोर
उप-जिलाधिकारी विपिन कुमार द्विवेदी ने स्पष्ट किया कि प्रशासन किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रमाण पत्र सत्यापन जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में किसी भी प्रकार की देरी न हो।
जाति प्रमाण पत्र प्रक्रिया को लेकर प्रशासन सतर्क
इस मामले के बाद, प्रमाण पत्र सत्यापन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी जाति प्रमाण पत्र समयबद्ध तरीके से सत्यापित किए जाएं, ताकि आवेदकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
-अमित मणि त्रिपाठी