देवरिया, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत देवरिया जिले में 243 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। यह भव्य आयोजन राजकीय आईटीआई, देवरिया के प्रांगण में हुआ, जिसमें 227 हिंदू और 16 मुस्लिम जोड़ों ने एक नए जीवन की शुरुआत की।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति और आशीर्वाद
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद सलेमपुर रमाशंकर विद्यार्थी, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के प्रतिनिधि नवीन शाही, एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह के प्रतिनिधि राजू मणि, ब्लॉक प्रमुख लार, और जिले की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल व पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर उपस्थित रहे। साथ ही, मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी और अन्य अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

इन गणमान्य अतिथियों ने नवविवाहित जोड़ों को उनके सफल और सुखद जीवन के लिए आशीर्वाद दिया। साथ ही, शहर के अनेक प्रमुख व्यक्तित्वों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और इस सामाजिक कार्यक्रम को सराहा।
योजना का उद्देश्य और लाभ
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक मदद प्रदान करना है। यह योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग और सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों के लिए संचालित है, जिनकी वार्षिक आय 2 लाख रुपये से अधिक नहीं है।
योजना के तहत प्रत्येक जोड़े पर 51,000 रुपये का व्यय किया जाता है। इसमें:
- 35,000 रुपये विवाहित कन्या के बैंक खाते में स्थानांतरित किए जाते हैं।
- 10,000 रुपये गृहस्थी की सामग्री, वस्त्र, और आभूषण आदि के लिए दिए जाते हैं।
- 6,000 रुपये भोजन, टेंट और अन्य व्यवस्थाओं पर खर्च किए जाते हैं।
सामाजिक सहयोग और प्रेरणा
यह आयोजन सामाजिक समरसता का प्रतीक बना। हिंदू और मुस्लिम जोड़ों का एक साथ विवाह कार्यक्रम समाज में एकता और सहयोग का संदेश देता है। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने सरकार की इस पहल की सराहना की और इसे सामाजिक उत्थान की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।
रमाशंकर विद्यार्थी, सांसद (सलेमपुर) ने कहा, “यह योजना गरीब परिवारों को राहत देने के साथ-साथ समाज में समानता और एकता का संदेश देती है।”
नवीन शाही, प्रतिनिधि कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा, “मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना प्रदेश सरकार की एक अद्भुत पहल है, जो समाज के वंचित वर्गों के उत्थान में सहायक है।”
राजू मणि, प्रतिनिधि एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने जोड़ों को बधाई देते हुए कहा, “यह आयोजन समाज में समरसता का प्रतीक है।”
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा, “यह कार्यक्रम न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी माध्यम है।”
गणमान्य व्यक्तियों का योगदान
कार्यक्रम के सफल आयोजन में समाज कल्याण विभाग के साथ-साथ कई विभागों और व्यक्तियों का योगदान रहा।
- मुख्य विकास अधिकारी और जिला समाज कल्याण अधिकारी ने योजना के प्रबंधन और लाभार्थियों की पहचान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की।
- शहर के गणमान्य व्यक्तियों ने विवाह में उपस्थित होकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।
समाज में एकता और सहयोग का संदेश
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसे कार्यक्रम केवल आर्थिक मदद तक सीमित नहीं हैं। ये समाज में एकता, सहयोग और समरसता के आदर्शों को भी प्रोत्साहित करते हैं। 227 हिंदू और 16 मुस्लिम जोड़ों का एक साथ विवाह इस बात का प्रमाण है कि सामाजिक भिन्नताओं के बावजूद, हमारा समाज एकजुट है।
नवविवाहित जोड़ों के लिए संदेश
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों ने नवविवाहित जोड़ों को उनके सुखद भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। ब्लॉक प्रमुख (लार) ने कहा, “यह दिन इन जोड़ों के जीवन का सबसे यादगार दिन है। सरकार का यह प्रयास न केवल उनके जीवन को नई दिशा देगा, बल्कि समाज में नई सोच को भी प्रेरित करेगा।”
देवरिया में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता और जनकल्याण का एक आदर्श उदाहरण है। इस योजना के माध्यम से न केवल गरीब परिवारों को आर्थिक मदद मिली, बल्कि समाज में समानता और एकता का संदेश भी गया।
आयोजन में 243 जोड़ों की शादी संपन्न होना न केवल सरकार की सफलता को दर्शाता है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग को एकजुट करने का भी प्रतीक है। ऐसे आयोजन समाज में बदलाव लाने और भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सहायक साबित होते हैं।
-अमित मणि त्रिपाठी