गौतमबुद्धनगर: शहर के भीतर कुत्तों की समस्या काफी तेजी के साथ बढ़ती जा रही है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट(नोएडा एक्सटेंशन) के तमाम हाउसिंग सोसायटी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर गंभीर आरोप लगाए हैं। निवासियों का कहना है कि प्राधिकरण इस समय डॉग लवर के दबाव में आकर कार्य कर रहा है। इसको लेकर लोगों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह को पत्र लिखा है।
कुत्तों को सोसाइटी में नोटिस जारी
मामला कुछ इस प्रकार है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में काफी हाउसिंग सोसायटी के भीतर आरडब्लूए और एओए ने कुछ नियम एवं शर्तें लागू किए हैं। यह नियम सोसाइटी के भीतर पालतू और आवारा कुत्तों को लेकर है। इस मामले में अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उन हाउसिंग सोसायटी को नोटिस जारी किया है जिन हाउसिंग सोसायटी के भीतर कुत्तों को लेकर नियम लागू करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का कहना है कि जिन-जिन हाउसिंग सोसायटी के भीतर आरडब्लूए और एओए ने कुत्तों को लेकर नियम लागू किए हैं, वह तत्काल अपने नियम वापस लें।
प्राधिकरण पर लगे दबाव में काम करने के आरोप
इस पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों का कहना है कि प्राधिकरण डॉग लवर के दबाव में आकर कार्य कर रहा है। प्राधिकरण ऐसे मामले को लेकर नोटिस जारी कर रहा है। जिसको लेकर प्राधिकरण के पास खुद ही नियम नहीं है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासियों ने इस मामले को लेकर प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह आईएएस को पत्र लिखा है।
कुत्ते मालिकों की बढ़ी परेशानियां
वहीं, दूसरी ओर इन सभी मामलों के बाद नोएडा और दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में रहने वाले लोगों के दिल में दहशत पैदा हो गई है। जहां एक तरफ ऐसी खतरनाक नस्ल के डॉग को लेकर खतरा बना हुआ है तो वही जर्मन शेफर्ड और पिटबुल जैसे डॉग मालिकों पर भी परेशानियों का पहाड़ टूटने लगा है। लोग ऐसे कुत्ते मालिकों को एक अलग नजर से देखते हैं। जिसकी वजह से ऐसी खतरनाक नस्ल के कुत्ते मालिक अपने डॉगी को लेकर परेशान हैं। जिसकी वजह से वह अपनी डॉग को छोड़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान नोएडा के सेक्टर-54 में स्थित हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स एनजीओ के पास 15 अनाथ पिटबुल और जर्मन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते आए हैं।