नार्थ ईस्ट ट्रेन हादसे में पांच की मौत, 200 के करीब घायल

Share This

बिहार में बक्सर के रघुनाथपुर स्टेशन पर बुधवार रात 9 बजकर 35 मिनट पर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12506) हादसे का शिकार हो गई। इस ट्रेन की सभी 24 बोगियां बेपटरी हो गई थीं। इनमें से आठ बोगियां पूरी तरह से पलट गई थीं। इन आठ बोगियों में से दो बोगियां एक-दूसरे से टकराते हुए ढलान से नीचे गिर गईं। हादसे में मां-बेटी समेत चार की मौत की पुष्टि हो चुकी है। और 200 यात्रियों के करीब घायल होने की जानकारी सामने आई है, जिनमें से 70 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, बक्सर में घटना स्थल पर राहत-बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, रेल अधिकारी और स्थानीय लोग टीम के रूप में काम कर रहे हैं। रेलवे वॉर रूम ने भी काम शुरू कर दिया है।

सीएम नीतीश कुमार ने की मुआवज़े की घोषणा

रघुनाथपुर में हुए ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को बिहार सरकार आर्थिक सहायता के रुप में 4 लाख रुपये देगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने की है। रेल हादसे को लेकर गुरुवार को नीतीश कुमार ने कहा,”जैसे ही हमें दुर्घटना के बारे में पता चला, लोग काम में लग गए, पांच लोगों की मौत हो गई है जो की बहुत हृदयविदारक है, हम लोग हर किसी की मदद करने जा रहे हैं।” राज्य सरकार की तरफ से पांचों मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता की जाएगी और जितने लोग घायल हुए हैं उन्हें पचार हजार रुपये दिए जाएंगे।

सांसद अश्विनी चौबे ने कहा

केंद्रीय मंत्री और बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे घटनास्थल पर पहुंचे और हादसे पर उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि यह अत्यंत दुखद घटना है। लेकिन बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ की कृपा थी कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद बहुत सारे लोगों की जान बच गई। पांच लोगों की मौत अत्यंत ही हृदय विदारक है। इस हादसे में कई लोग घायल हैं। मैं लगातार रेल मंत्री और रेलवे के अधिकारियों के संपर्क में हूं। जनता को धन्यवाद देता हूं कि उन लोगों ने हादसे में घायलों की काफी मदद की और साथ ही काफी सहयोग भी किया। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रात में ही राहत और बचाव का कार्य शुरु कर दिया था। पीड़ित परिवारों को उचित मुआवज़ा प्रदान किया जाएगा, और जिन अस्पतालों में घायलों कर इलाज चल रहा है, मैं उन अस्पतालों से संपर्क में बना हुआ हूं।

ट्रेन यात्री के अनुसार

हादसे के बाद ट्रेन यात्री ने बताय कि, वह दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से पटना जाने के लिए ट्रेन में बैठा था। ट्रेन सामान्य गति से चल रही थी। अचानक से कुछ तड़तड़ाने की जोर की आवाज़े आने लगीं, और बोगिंया हिलने लगी फिर एक जोरदार आवाज आती है और ट्रेन का चलना बंद हो गया था। पहले तो लगा कि ट्रेन से कोई जानवर टकरा गया है। लेकिन तबतक गाड़ी बेपटरी हो चुकी थी। हादसा इतना भयानक था कि कई लोगों की बॉगी में ही बेहोश हो गए। ऐसा लग रहा था, मानो सब थम गया। लेकिन, भगवान ने हमलोगों की जान बचा ली। बाद में पता चला कि हादसे में कई लोगों की मौत हो चुकी है।

कई ट्रेनों को रोककर रूट डायवर्ट किया गया

हादसे के बाद इस रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनों को आपपास के स्टेशनों पर रोक दिया गया। तो कई ट्रेनों के रूट को डायवर्ट कर दिया गया है। ट्रेन नंबर (15125 और 15126) BSBS-PNBE जनशताब्दी एक्सप्रेस को कैंसिल कर दिया गया है। दीन दयाल उपाध्याय की ओर से आने वाली कई ट्रेनों को रेलवे की टीम रूट डायवर्ट कर डीडीयू-सासराम-आरा और डीडीयू-गया-पटना रूट से भेज रही है। आधी रात बीच रास्ते रोकी गई विभूति एक्सप्रेस, गुवाहाटी-राजधानी एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस और पंजाब मेल समेत आधा दर्जन ट्रेनों का परिचालन रेलवे द्वारा रूट बदलकर किया जाएगा। हादसे के बाद सीमांचल एक्सप्रेस को दिलदारनगर में, मेमो पैसेंजर ट्रेन को दरौली में औऱ सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस को धीना में रोक दिया गया। इसके अलावा पुणे दानापुर, बाबा बैधनाथ एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें डीडीयू जंक्शन पर रोकी गईं। दिलदारनगर स्टेशन के यातायात निरीक्षक के अनुसार नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के डिरेल होने से डाउन लाइन में कई ट्रेनें खड़ी हैं। ट्रैक क्लियर होने के बाद ही परिचालन शुरु किया जा सकता है।