हिमाचल प्रदेश में चुनाव की घोषणा के बाद अब टिकट भी फाइनल हो चुके हैं। जिसके साथ ही बीजेपी में बगावत के सुर भी अलापे जा रहे हैं। पार्टी हाईकमान पर दबाव बनाने के लिए शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा है। कांगड़ा के धर्मशाला से मौजूदा विधायक विशाल नेहरिया को टिकट न देने से पार्टी में विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं। अगर बात करें शिमला शहर से केबिनेट मंत्री का विधानसभा क्षेत्र बदले जाने से कार्यकर्ता काफी नाराज़ हैं और सामूहिक इस्तीफा देने की धमकी दे रहे हैं।
नेताओं ने अलापा बागी सुर
राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के गृह क्षेत्र बिलासपुर से त्रिलोक जामवाल को टिकट देने से मौजूदा विधायक सुभाष शर्मा ने बगावती सुर अपना लिया है। तो वहीं, कांगड़ा ज्वाली से अर्जुन ठाकुर को टिकट न मिलने पर नाराज़गी जताई हैं। मंत्री महेंद्र सिंह की जगह उनके बेटे रजत ठाकुर को टिकट दिए जाने से नारज़ बेटी बंदना गुलेरिया ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ इस्तीफा दे दिया। इसी क्रम में नालागढ़ और चम्बा से भी विधायकों के बागी होने की खबर है।
समर्थकों का फूटा गुस्सा
बात करें राजधानी शिमला कि, तो वहां से विधायक औऱ शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज का शिमला शहरी से टिकट बदलकर कसुम्पटी भेज दिया गया है और उनकी जगह पर संजय सूद को टिकट दिया गया है। ऐसे में कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज के समर्थक बड़ी संख्या में उनके आवास पर पहुंच सीट बदले जाने को लेकर विरोध कर रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज का कहना है कि, “पार्टी ने सोच-समझकर उनके कार्य क्षेत्र में बदलाव किया है, लेकिन कार्यकर्ताओं में पार्टी हाईकमान के खिलाफ नाराजगी है”। आगे उनका कहना है कि “सभी कार्यकर्ता उनसे जुड़े हुए हैं, ऐसे में उनकी बातों को सुनना जरूरी है”।
सामूहिक त्यागपत्र देंगे बीजेपी के नेता
चंबा सदर से पवन नैयर का टिकट कटने से बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बगावती सुर अपना लिए हैं। ऐसे में नैयर के पक्ष में चंबा मंडल, नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षदों समेत पंचायत पदाधिकारियों ने पार्टी हाईकमान को 24 घंटों में टिकट न बदलने पर सामूहिक त्यागपत्र देने की चेतावनी दी है। चंबा से बीजेपी ने पवन नैयर की जगह इंदिरा कपूर को टिकट दिया है।
140 पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस से बीजेपी में आए लखविंद्र राणा को नालागढ़ विधानसभा से टिकट मिला तो, पूर्व विधायक केएल ठाकुर, बीजेपी मंडल समेत जिला व प्रदेश के पदाधिकारियों ने बगावत कर दी। लखविंद्र राणा को टिकट दिए जाने से नाखुश नालागढ़ से पार्टी के मंडल समेत तमाम जिला व प्रदेश कार्यकारिणी के 140 पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
केएल ठाकुर का कहना है “समर्थकों व जनता से सलाह लेने के बाद वे निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़ेंगे”। आगे उन्होंने कहा कि “किसी का हक मार कर आगे आने की मेरी विचारधारा नहीं है, इसलिए निर्दल उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लडूंगा और 21 को नामांकन भरकर अपनी दावेदारी पेश करूंगा।
भाई के खिलाफ बहन ने खोला मोर्चा
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जनपद मंडी से भी कार्यकर्ताओं ने बगावत शुरु कर दी है। हिमाचल सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे महेंद्र सिंह की बेटी बंदना गुलेरिया ने भी खुलकर विरोध किया है। उन्होंने अपने भाई रजत ठाकुर के खिलाफ विरोध करते हुए अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। महिला मोर्चा महामंत्री पद से बंदना ने इस्तीफा दे दिया है। भाई को टिकट मिलने से नाराज बंदना ने फेसबुक पोस्ट किया और लिखा “परिवारवाद में हमेशा बेटियों की ही बलि क्यों दी जाती है?
कितने लोगों के कटे टिकट
हिमाचल बीजेपी में एक मंत्री सहित 11 मौजूदा विधायकों के टिकट कटे हैं। आपको बता दें कि, मंत्री महेंद्र सिंह की जगह उनके बेटे को टिकट मिला है। टिकट को लेकर कांग्रेस में भी घमासान मचा है लेकिन भाजपा के मुकाबले कुछ भी नहीं, जिसकी वजह ये है की कांग्रेस ने ज्यादातर सीटों पर पुराने चेहरों पर ही भरोसा जताया है। कांग्रेस ने अभी 22 सीटों पर अपना कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।