देवरिया में श्री मणिनाथ ब्रह्म जयंती समारोह कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक (एसपी) संकल्प शर्मा के पीआरओ विनोद अग्निहोत्री द्वारा एक निजी चैनल के पत्रकार अमित मणि त्रिपाठी से अभद्र व्यवहार का मामला सामने आया है। कवरेज के दौरान कुर्सी को लेकर हुए विवाद में पीआरओ ने न केवल असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया बल्कि पत्रकार का सार्वजनिक अपमान भी किया।
एसपी को दी गई जानकारी, पर अब तक कार्रवाई नहीं
घटना की शिकायत पत्रकार ने तुरंत एसपी से की, लेकिन अब तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया है। इस चुप्पी ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली और एसपी की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पत्रकारों में नाराजगी, पुलिस की छवि पर सवाल
घटना के बाद देवरिया के पत्रकारों ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि एक ओर पत्रकार अपने कर्तव्य का पालन करते हैं, वहीं दूसरी ओर पुलिस के अधिकारी इस तरह का दुर्व्यवहार कर रहे हैं। यह न केवल पत्रकारिता के मूल्यों पर हमला है, बल्कि पुलिस की छवि को भी खराब करता है।
एसपी पर उठे सवाल, पत्रकारों की चेतावनी
पत्रकारों का कहना है कि एसपी का इस घटना पर चुप रहना बेहद निराशाजनक है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि दोषी पीआरओ पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो वे विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला
इस घटना को पत्रकारों ने मीडिया की स्वतंत्रता और सम्मान पर सीधा हमला बताया है। उनका कहना है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई न करना प्रशासन की नीयत पर सवाल खड़े करता है।