कोरोना महामारी के बाद से देश में ऑनलाइन ज्योतिष सेवाओं की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। इसी बीच, एक बड़ी खबर ने सबका ध्यान खींचा है। ‘एस्ट्रोटॉक‘, जो खुद को एक प्रतिष्ठित ज्योतिष सेवा प्रदाता के रूप में प्रस्तुत करता है, उसपर कुछ गंभीर और चिंताजनक आरोप लगे हैं।
ज्योतिष की पवित्रता पर सवाल?
‘एस्ट्रोटॉक’ ने बहुत कम समय में बड़ी पहचान बनाई है, लेकिन हाल ही में इसके खिलाफ कुछ आरोप सामने आए हैं जो इस उद्योग की पवित्रता पर सवाल खड़े करते हैं। आरोप हैं कि इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल ज्योतिष की आड़ में अश्लीलता परोसने के साथ साथ ज्योतिषियों के साथ अभद्रता भी की जा रही है। अगर ये आरोप सच साबित होते हैं, तो यह पूरे उद्योग के लिए एक गंभीर चिंता का विषय हो सकता है।
ज्योतिषियों का अनुभव: असहज और असंतोषजनक
कंपनी के अंदरूनी हालात को लेकर भी कुछ चिंताएं उभर कर सामने आई हैं। कई ज्योतिषियों ने अपनी नौकरी को लेकर असुरक्षा महसूस की है, उनका कहना है कि ज्योतिषियों को बिना किसी पूर्व सूचना के कंपनी से बाहर निकाल दिया जाता है, प्रबंधन द्वारा उनके साथ असम्मानजनक व्यवहार के साथ मानसिक और आर्थिक शोषण किया जाता है और उन्हें उचित मानदेय भी प्रदान नहीं किया जाता। ये बातें इस उद्योग के प्रति भरोसे को कमजोर कर सकती हैं।
ज्योतिषियों की आवाज: बदलाव की जरूरत
इन घटनाओं के बाद, कुछ ज्योतिषियों ने कंपनी के खिलाफ अपनी आवाज उठाने का निर्णय लिया है। वे अपनी चिंताओं को लेकर कानूनी मार्ग अपनाने की सोच रहे हैं, ताकि उनके साथ न्याय हो सके। यह कदम न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे ज्योतिष समुदाय के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
सरकारी हस्तक्षेप की आवश्यकता: ज्योतिष उद्योग पर निगरानी जरूरी
इन घटनाओं के मद्देनजर, सरकार से अपील की जा रही है कि वह इस तरह की कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे ताकि ज्योतिष के नाम पर अश्लीलता और शोषण जैसे तत्वों पर नियंत्रण रखा जा सके। यह मामला न केवल ‘एस्ट्रो टॉक’ की आंतरिक स्थिति को उजागर करता है, बल्कि संपूर्ण ज्योतिष उद्योग के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है।
ग्राहकों के लिए एक संदेश
यह घटना उन लोगों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश है, जो ऑनलाइन ज्योतिष सेवाओं पर भरोसा करते हैं। यह जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और केवल प्रमाणित और विश्वसनीय ज्योतिषियों से ही सलाह लें। इससे वे किसी भी संभावित धोखाधड़ी से खुद को बचा सकेंगे और इस सेवा का सही लाभ उठा सकेंगे।