गुरुवार, 14 नवंबर को विकास भवन के गांधी सभागार में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) एवं आईजीआरएस के जनपदीय नोडल अधिकारी श्री गौरव श्रीवास्तव ने आईजीआरएस प्रकरणों के गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण के लिए जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल के निर्देशों का उल्लेख करते हुए बताया कि यदि कोई आईजीआरएस प्रकरण डिफॉल्ट होता है, तो संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारी का वेतन रोका जाएगा और दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण समाधान पर जोर
एडीएम प्रशासन ने शासन की मंशा का जिक्र करते हुए कहा कि शिकायतों का समाधान गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए ताकि शिकायतकर्ता संतुष्ट हो सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने स्तर पर आख्या को स्वयं पढ़ें और आवेदक को वास्तविक स्थिति से अवगत कराएं। यदि किसी विभाग में आईजीआरएस प्रकरण डिफॉल्ट होते हैं या असंतुष्ट फीडबैक की संख्या अधिक होती है, तो उस विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
जनसुनवाई पोर्टल पर लापरवाही को लेकर सख्त निर्देश
जनसुनवाई पोर्टल पर मुख्यमंत्री संदर्भ, सीएम हेल्पलाइन, ऑनलाइन संदर्भ, मंडलायुक्त संदर्भ, पीजी पोर्टल, संपूर्ण समाधान दिवस और जिलाधिकारी जनसुनवाई में दर्ज शिकायतों के निस्तारण में पाई गई लापरवाही पर एडीएम प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी कि शिकायतों का समाधान बिना लापरवाही के किया जाए।
बिना निरीक्षण के समाधान अस्वीकार्य
बैठक में एडीएम ने विशेष रूप से विद्युत विभाग, विकास विभाग और भूमि विवाद से जुड़े मामलों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि निचले स्तर के कर्मचारियों द्वारा बिना स्थलीय निरीक्षण, फोटोग्राफ और संबंधित पक्ष के बयान लिए बिना ही समाधान करना किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने निर्देश दिया कि जिम्मेदार अधिकारी स्वयं आईजीआरएस प्रकरणों की आख्या देखें और आवश्यकता पड़ने पर आवेदनकर्ता से संपर्क कर पूरी जानकारी लें।
प्रकरणों की ट्रैकिंग पर विशेष जोर
एडीएम ने कहा कि अक्सर देखा गया है कि आईजीआरएस प्रकरणों का निस्तारण 30 दिन की निर्धारित अवधि के अंतिम चरण में किया जाता है, जिससे समाधान का मौका समाप्त हो जाता है और मामला डिफॉल्ट हो जाता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जैसे ही प्रकरण पोर्टल पर प्राप्त हो, उसकी ट्रैकिंग तुरंत शुरू करें।
समीक्षा बैठक में कई अधिकारी रहे उपस्थित
इस समीक्षा बैठक में सीएमओ डॉ. राजेश झा, एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी, एसडीएम भाटपाररानी रत्नेश तिवारी, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, डीसी मनरेगा आलोक पांडेय, डीपीआरओ श्रवण कुमार सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।