गाजीपुर न्यूज़, जिले के रेवतीपुर गांव के आनंद शिव शर्मा ने अपनी मेहनत और लगन से अपने गांव का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया है। अमेरिका स्थित अमेज़न कंपनी ने उन्हें बिजनेस इंटेलिजेंस एनालिस्ट के पद पर 1.25 करोड़ रुपये सालाना के शानदार पैकेज पर चयनित किया है। इस खबर से न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है।
गांव के लोगों ने आनंद के परिवार को बधाइयां दीं और मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया। इस मौके पर ग्रामीणों ने आनंद के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आशा व्यक्त की कि वे आगे भी गांव और देश का नाम रोशन करेंगे।
बचपन से थे होनहार, शिक्षा और अनुशासन ने दिलाई सफलता
आनंद शिव शर्मा के पिता, इंजीनियर सदा शिव शर्मा, ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही पढ़ाई में होनहार रहा है। आनंद ने प्राथमिक शिक्षा अपने गांव के ही प्राइमरी स्कूल से प्राप्त की और इंटर तक की पढ़ाई गाजीपुर के एक स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद से बी.टेक की डिग्री हासिल की और फिर अमेरिका जाकर मास्टर ऑफ साइंस में उच्च शिक्षा ग्रहण की।
आनंद ने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद अमेज़न जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में चयन पाकर अपनी कड़ी मेहनत और अनुशासन का परिचय दिया। उनकी यह उपलब्धि उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं।
माता-पिता और दोस्तों को दिया सफलता का श्रेय
अपनी इस उपलब्धि पर आनंद ने कहा, “यह मेरे जीवन का ऐतिहासिक पल है। मैंने यह महसूस किया है कि अगर इंसान के भीतर कुछ कर गुजरने की क्षमता हो और वह अनुशासन के साथ आगे बढ़े, तो मंज़िलें दूर नहीं होतीं।” उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, परिवार और दोस्तों को दिया।
उनके पिता ने कहा कि आनंद की यह उपलब्धि उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि आनंद का बड़ा भाई, शिवांशु शर्मा, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत हैं, और परिवार के दोनों बेटों ने अपनी मेहनत से समाज में उदाहरण प्रस्तुत किया है।
युवाओं के लिए प्रेरणा बने आनंद
आनंद शिव शर्मा ने अपनी सफलता से यह साबित कर दिया है कि बड़े सपने देखना और उन्हें पूरा करना संभव है। उनकी कहानी उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद सफलता पाने की ख्वाहिश रखते हैं।
आनंद ने इस मौके पर संदेश दिया कि जीवन में शिक्षा, अनुशासन और सही दिशा में मेहनत करने से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनका यह संदेश ग्रामीण युवाओं को भी अपनी मेहनत और क्षमता पर भरोसा करने के लिए प्रेरित करेगा।