बिते दो अक्टूबर को देवरिया जिले में फतेहपुर के लेड़हा टोले में खेला गया था खूनी खेल, जिसमें सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी और 3 बच्चों की धारदार हथियार और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं अब, चिकित्सक द्वारा मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट समाने आई है, रिपोर्ट में यह स्पष्ट है कि, दो लोगों को राइफल से और एक लोग को तमंचे से गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारा गया था। वहीं, परिवार के अन्य दो सदस्यों पर धारदार हथियार से वार कर हत्या की गई थी।
असलहों की जा रही खोज
हत्याकांड में उपयोग किए गए असलहों की बरामदगी पुलिस के लिए एक चुनौती बनी हुई है। आरोपियों पर लगे दोष को साबित करने के लिए हथियारों की बरामदगी और उनकी बैलेस्टिक रिपोर्ट एक अहम कड़ी है। वहीं, इससे घटना में संलिप्त और लोगों की भी भूमिका स्पष्ट हो सकेगी।
प्रतिशोध में चली गई 5 जानें
पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की पत्नी शीला के बताया कि, घटना की सुबह प्रेम यादव को किसी का फोन आया था, जिसके बाद वह बाइक लेकर बाहर निकल गए थे। वहीं, घटनास्थल से सत्यप्रकाश दूबे और उनके परिवार के मोबाइल भी नहीं पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि दरवाजे पर प्रेम यादव की मौत के बाद सत्यप्रकाश दूबे के परिजनों ने पुलिस और अपने संबंधियों को इस घटना की सूचना दी थी। फिर कुछ देर बाद ही प्रेम यादव के परिजनों और टोले के लोगों ने सत्यप्रकाश के घर पर धावा बोल दिया और जो जहां मिलता गया उसे मारते चले गए, जिसमे कुल पांच लोगों की हत्या हुई।
पुलिस की तफ्तीश जारी
दोनों पक्षों से मारे गए लोगों के मोबाइल फोन से अन्य संदिग्ध लोगों की भूमिका से पर्दा खुल सकता है, क्योंकि इस हत्याकांड में कई हथियारों का उपयोग किया गया है। पुलिस अभयपुरा और प्रेम के करीबियों के असलहों की जानकारी इकट्ठा कर रही है, ताकि आरोपियों को पकड़ उनपर कार्रवाई की जा सके। एएसपी राजेश कुमार ने बताया कि केस के हर पहलुओं पर गहनता से जांच की जा रही है। सीडीआर से दोनों तरफ से हुई बातों का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। और हथियारों की भी तलाश जारी है।