राजस्थान में राजनीतिक संकट खत्म करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व जितना प्रयास कर रहा है, उतनी ही अधिक समस्याएं उत्पन्न होती दिखाई दे रही है। जहां एक तरफ अशोक गहलोत की सोनिया गांधी से मुलाकात दिल्ली में हो रही है तो वहीं जयपुर में मामला और उलझता जा रहा है।
अशोक गहलोत गुट के विधायक गोविंद राम मेघवाल ने यह चेतावनी दी है कि अगर विरोधी गुट के नेता को नया मुख्यमंत्री बनाया जाता है, तो वे सभी विधायक इस्तीफा दे देंगे। सचिन पायलट पर इशारों से हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है। वह व्यक्ति जो पार्टी के लिए राज्य का मुखिया था, उसने दूसरी पार्टी की मदद से सरकार बनाने की कोशिश की थी, लेकिन बात विफल रही।
बता दें कि, अशोक गहलोत 10 जनपथ पहुंच गए हैं और आज वे सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। साथ ही केसी वेणुगोपाल भी 10 जनपथ पहुंचे हुए हैं। सचिन पायलट भी आज सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे।
पायलट को उड़ान भरने की मनाही
गहलोत सरकार के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने एक बार फिर सचिन पायलट पर शिकंजा कसा है। उन्होंने कहा, जो व्यक्ति बीजेपी और अमित शाह के ऑफिस एवं घर में जाकर बैठा हो, जिसकी पहरेदारी हरियाणा पुलिस कर रही हो। हम उसको मुख्यमंत्री कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते। जनता हमें माफ़ नहीं करेगी और इससे हम अगला चुनाव हार सकते हैं।
आगे उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, अगर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया तो राजस्थान में भी पंजाब जैसे हालात हो जाएंगे। इससे अच्छा है कि हम एक साल पहले ही चुनाव लड़ लें। साथ ही यह भी कहा कि, इस्तीफा देकर एक साल पहले चुनाव लड़ना मंजूर है, लेकिन जिस व्यक्ति की पैरवी अमित शाह करते हों, उसको मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे।