लुंबिनी प्राविधिक विश्वविद्यालय और राजर्षी जनक विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ शैक्षिक एवं सांस्कृतिक समन्वयन विषयक मंथन के बाद प्रो. आलोक कुमार राय ने विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ डॉन बॉसको कॉलेज परिसर में आयोजित एक संगोष्ठी को भी संबोधित किया। जिसमे उन्होंने परंपरागत अकादमिक समझौतों के स्थान पर दो संस्थाओं के सांस्कृतिक साझेदारी के महत्व पर भी प्रकाश डाला। इसमें विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे ।
भारत और नेपाल के अकादमिक और सांस्कृतिक संबंध
राजर्षी जनक विश्वविद्यालय नेपाल , क्वेस्ट इंटरनेशनल कॉलेज , डॉन बॉसको कॉलेज काठमांडू और नोवेल कॉलेज पोखरा के साथ समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के ट्विनिंग डिग्री, डुअल डिग्री कार्यक्रम के बारे में बताया और दोनो पक्षों के समान हितों संबंधी मुद्दों पर मिलकर काम करने की सहमति बनी। प्रोफेसर राय ने चर्चा के दौरान कहा कि भारत-नेपाल के अकादमिक और सांस्कृतिक संबंध सिर्फ सतही नहीं हैं, इनमे दोनो राष्ट्रों की आत्मा का संवेगात्मक बोध है। उन्होंने पारस्परिक सहयोग के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय में भारत-नेपाल लैब की स्थापना करने की बात कहते हुए बताया की इस लैब के माध्यम से दोनों देशों के समान हितधर्मी शैक्षिक , सांस्कृतिक और वैज्ञानिक मुद्दों पर कार्य होगा। एक सुखद और सुंदर विश्व के निर्माण में शैक्षिक संस्थानों का अत्यंत महत्वपूर्ण अवदान होता है, और वर्तमान वैश्विक परिवेश में सतत विकास में योगदान करने वाले मानव संसाधन निर्माण हेतु उच्च शिक्षण संस्थानों को मिलकर कार्य करने की महत्वपूर्ण भूमिका है। लखनऊ विश्वविद्यालय की पड़ोस प्रथम नीति के अंतर्गत इस समन्वय मिशन 1.1 के अंतर्गत लखनऊ विश्वविद्यालय तकनीकी , विज्ञान , प्रबंधन, शिक्षा प्रविधि और शिक्षा के अन्य नवीन आयामों पर नेपाल के शोधार्थियों और शिक्षकों के लिए उनकी आवश्यकतानुसार शॉर्ट टर्म और रिफ्रेशर कोर्सेज का भी आयोजन करेगा।