देवरिया हत्याकांड: कभी भी चल सकता है प्रेम यादव के घर बुलडोजर

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देवरिया में 10 बीघा जमीन के लिए हुए खूनी खेल के बाद मंगलवार को राजस्व विभाग की टीम मारे गए पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव के घर नापी करने पहुंची। जहां इस बात के संकेत मिले कि प्रेम यादव के मकान का ज्यादातर हिस्सा खलिहान की जमीन पर कब्ज़ा कर बनाया गया है। इसके अलावा राजस्व विभाग गांव में अन्य सरकारी जमीनों पर भी कब्ज़े की जांच कर रहा है। डीएम अखंड प्रताप सिंह ने अभयपुर गांव में सरकारी भूमि की पैमाइश के लिए मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है।

राजस्व विभाग की टीम कर रही जांच

राजस्व की टीम पूरे दिन गांव में नापी करती रही। प्रेम यादव के खिलाफ सरकारी जमीनों पर कब्ज़े की शिकायत की जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही, डीएम अखंड प्रताप सिंह ने रुद्रपुर के एसडीएम योगेश गौड़ को राजस्व अभिलेखों की जांच करने, प्रेम और उसके परिवार के नाम पर दर्ज जमीनों का ब्योरा देने का निर्देश दिया है।

पैमाइश के लिए छह लोगों की टीम गठित

देवरिया डीएम ने सीआरओ रजनीश राय के नेतृत्व में एसडीएम सीमा पांडेय, तहसीलदार केशव प्रसाद और नायाब तहसीलदार अनिल तिवारी सहित राजस्व विभाग के छह सदस्यों की टीम का गठन किया। मंगलवार को दिनभर टीम ने गांव में पैमाइश की। पैमाइश के दौरान टीम ने प्रेम यादव के मकान के साथ अगल-बगल के जमीनों की भी नपाई की गई। गांव में खलिहान, ग्राम सभा, गड्ढा, स्कूल और वन विभाग की जमीन की भी नपाई की गई। डीएम ने टीम को 24 घंटों के भीतर पैमाइश की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

CRO रजनीश राय की टीम कर रही जांच

सीआरओ रजनीश राय ने बताया कि गांव में सरकारी जमीनों की पैमाइश हो रही है। जांच टीम के रिपोर्ट देने के बाद ही अवैध कब्ज़े के बारे में कुछ कहा जा सकता है। वहीं, गांव के कुछ लोगों ने बताया कि प्रेम का मकान खलिहान की जमीन पर बनी है। इसके अलावा उसने कई सरकारी जमीनों पर भी अपना अवैध कब्ज़ा किया हुआ है।

डीएम अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि सरकारी जमीनों की नापी का निर्देश दे दिया गया है। टीम ने मंगलवार को पूरे दिन नापी की है। फिलहाल पैमाइश की रिपोर्ट मेरे पास नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि, सोमवार की सुबह देवरिया के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के उनके पक्ष के लोगों ने सत्य प्रकाश, उनकी पत्नी और तीन बच्चों को धारदार हथियार और गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस खूनी खेल के पीछे का कारण था जमीन विवाद जो काफी दिनोंं से सत्यप्रकाश और प्रेम यादव के बीच चल रहा था। सत्यप्रकाश के भाई ज्ञानप्रकाश के भाई ने अपने हिस्से की जमीन प्रेम को बैनामा कर दी थी और प्रेम रोज सत्यप्रकाश को कहता था कि घर और आस-पास की जमीन में भाई की जो हिस्सेदारी है उसपे कब्ज़ा दे दो। जमीन को लेकर सत्य प्रकाश ने दीवानी कर रखी थी। जिसमें प्रेम रोज़ दीवानी ख़ारिज करने की बात करता था। सत्यप्रकाश ने प्रेम के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई थी, जिसमें जानमाल को खतरा, सरकारी जमीन पर कब्ज़ा, इत्यादि लेकिन इन शिकायतों के खिलाफ कार्रवाई रही शून्य।