इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज और लखनऊ विश्वविद्यालय ने “उद्यमियों और स्टार्टअप के लिए उद्यमिता सहायता और सलाह” कार्यशाला का आयोजन हुआ

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इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (आईएमएस) और लखनऊ विश्वविद्यालय ने “उद्यमियों और स्टार्टअप के लिए उद्यमिता सहायता और सलाह” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सोमवार को सेमिनार हॉल में हुआ। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय और आईएमएस के ओएसडी प्रोफेसर विनीता काचर के मार्गदर्शन में इस कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन समारोह, छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय के कुलगीत गाने और आईएमएस के ओएसडी प्रोफेसर विनीता काचर के स्वागत भाषण के साथ हुई।

मुख्य अतिथियों ने अपने-अपने विचार रखे

इस दौरान प्रोफेसर विनीता काचर ने कहा कि नए उद्यमियों को सलाह देने के लिए उद्यमिता आज आवश्यक है। यह बिजनेस स्टार्ट-अप के लिए बहुत प्रेरक है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन चेयरपर्सन विकास खन्ना ने कहा उद्यमिता समय की जरूरत, व्यवसाय कैसे शुरू करें, सरकारी योजनाओं और उद्यमी की चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। वहीं, दूसरे वक्ता आईआईटी और आईआईएम के पूर्व छात्र मनु अग्रवाल ने बताया कि तैयार बाजार में मूल्य बनाएं। वित्तीय के लिए एंकर होने चाहिए। उद्यमिता विकास के लिए सामग्री तैयार की जानी चाहिए। वहीं, तीसरे वक्ता अल्फ़ा शाइन टेक्नोलॉजीज के संस्थापक लव अरोड़ा (सीए) ने परिवर्तन करने की क्षमता के बारे में जानकारी दी। आईएमएस के पूर्व छात्र अदनान ने कारखानों के विकास के बारे में साथ ही व्यवसायी और उद्यमी के बीच अंतर के बारे जानकारी दी। आईएमएस के पूर्व छात्र विक्रांत ने गेमिंग उद्योग के स्टार्ट-अप के बारे में बताया। स्टडी हॉल और संस्था शेफ़ की संस्थापक उर्वशी साहनी ने सामाजिक उद्यमिता, सामाजिक मूल्यों के निर्माण, सभी को शिक्षित करने के बारे में जानकारी दी।