ग़ाज़ीपुर न्यूज़, जिले में अनाधिकृत वाहनों की बढ़ती संख्या रोडवेज़ को भारी राजस्व नुकसान पहुंचा रही है। जानकारी के अनुसार, जिले में लगभग 44 अनाधिकृत वाहन प्रतिदिन परिवहन निगम को 2.25 लाख रुपये तक की चपत लगा रहे हैं। ये वाहन विभिन्न मार्गों पर परिवहन निगम की बसों से पहले सवारियों को बैठा लेते हैं, जिससे रोडवेज बसों को पर्याप्त यात्री नहीं मिल पाते।
डग्गामार वाहनों की मनमानी
ग़ाज़ीपुर जिले में इन अनाधिकृत वाहनों में बड़ी बसें और मिनी बसें शामिल हैं, जो बिना परमिट के व्यस्ततम मार्गों पर चल रही हैं। ये वाहन यातायात नियमों की अनदेखी करते हुए सवारियों की ओवरलोडिंग करते हैं। यह न केवल सड़क हादसों का कारण बनते हैं, बल्कि यातायात व्यवस्था को भी प्रभावित करते हैं।
राजस्व और यातायात पर बुरा असर
डग्गामार वाहनों के कारण जिले के अलग-अलग मार्गों पर परिवहन विभाग को भारी राजस्व की हानि हो रही है। सवारियों को लेकर प्राइवेट बस और रोडवेज कर्मियों के बीच झगड़े की घटनाएं आम हो गई हैं। यात्री शिकायत करते हैं कि इन वाहनों में उनसे अधिक किराया वसूला जाता है, साथ ही उनके साथ अभद्रता और मारपीट भी होती है।
प्रमुख रूट जहां अनधिकृत वाहन चल रहे हैं:
- गाजीपुर से भरौली: 18 वाहन
- मुहम्मदाबाद से वाराणसी: 1 वाहन
- वाराणसी से बलिया: 1 वाहन
- गाजीपुर से मऊ: 19 वाहन
- गाजीपुर से दुल्लहपुर: 5 वाहन
रोडवेज़ के हालात
गाजीपुर डिपो के बेड़े में पहले 68 बसें थीं, लेकिन मानक पूरा न कर पाने के कारण 4 बसों को नीलाम कर दिया गया। अब कुल 64 बसें शेष हैं, जो कन्नौज, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज और वाराणसी जैसे प्रमुख रूटों पर चलती हैं। इसके अलावा, जिले के ग्रामीण इलाकों में भी इन बसों का संचालन किया जाता है।
संविदा चालकों की भर्ती की तैयारी
वाराणसी रेंज के डिपो में संविदा चालकों की कमी को पूरा करने के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया गया। इसमें 360 संविदा चालकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई। इसके लिए न्यूनतम योग्यता आठवीं पास, दो साल पुराना हैवी वैध लाइसेंस और आयु 23 वर्ष छह माह से 40 वर्ष तय की गई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सड़क पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने और अनधिकृत वाहनों पर नियंत्रण के लिए संयुक्त चेकिंग अभियान चलाने की योजना बनाई गई है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक बीके पांडेय के अनुसार, संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इन वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है।