गाज़ीपुर न्यूज़, गाज़ीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र में एक अनोखा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां दूल्हा ठगी का शिकार बन गया। दुल्हन और उसके परिवार ने मिलकर लुटेरी दुल्हन गैंग बनाकर शादी के बहाने ठगी को अंजाम दिया। गैंग ने पहले शादी के नाम पर ज्वेलरी और एक लाख रुपये लिए, फिर शादी रचाई। जब दूल्हा अपनी नई दुल्हन को घर ले जाने लगा, तो दुल्हन गैंग के साथ फरार हो गई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई में आठ गिरफ्तार
पीड़ित दूल्हा रूपेश शाल्य, जो मैनपुरी जिले का निवासी है, उसने 112 पर फ़ोन कर करीमुद्दीनपुर पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऊंचाडीह गांव में छापेमारी की और गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि सभी सदस्य अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं और रिश्तेदार होने का नाटक कर गैंग चला रहे थे।
नकली आधार कार्ड का खेल
फर्ज़ी शादी में लिप्त दुल्हन कुमारी कुसुम पुत्री कृष्णकांत, निवासी ऊंचाडीह (खिजिरपुर), थाना करीमुद्दीनपुर है। जिसने सीमा राजभर के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अब तक कई दूल्हों के साथ फर्ज़ी शादी कर उको ठग चुकी है। गैंग के अन्य सदस्य भी फर्ज़ी रिश्तेदार बनकर ठगी में शामिल थे।
गिरफ्तार किए गए फर्ज़ी रिश्तेदार
- कुमारी कुसुम: निवासी ऊंचाडीह (खिजिरपुर), करीमुद्दीनपुर।
- कृष्णकांत राम: निवासी ऊंचाडीह (खिजिरपुर), करीमुद्दीनपुर।
- करण कुमार (फर्जी भाई): निवासी कुतुबपुर उजियार, थाना नरही, जिला बलिया।
- भीम राम: निवासी बथोर, थाना करीमुद्दीनपुर।
- रंजना (फर्जी बहन): निवासी परसा, थाना मुहम्मदाबाद।
- सोनी उर्फ नजमुनीशा: निवासी व थाना करीमुद्दीनपुर।
- गीता देवी: निवासी परसा, थाना मुहम्मदाबाद।
- इंदू देवी (फर्जी चाची): निवासी कारों चौहानपुर, थाना चितबड़ागांव, जिला बलिया।
ठगी का शातिराना तरीका
गैंग ने शादी बेहद सादगी से आयोजित की। सिंदूरदान और मंगलसूत्र पहनाकर रस्में पूरी की गईं ताकि कोई शक न कर सके। शादी के बाद जैसे ही दूल्हा दुल्हन को घर ले जाने लगा, दुल्हन गैंग के साथ गायब हो गई।
पुलिस ने गैंग का किया पर्दाफाश
पुलिस ने गैंग से पूछताछ में खुलासा किया कि वे पहले भी हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इसी तरह की ठगी कर चुके हैं। गैंग ने कुल 4-5 शादियां कर दूल्हों से नकदी और गहने लूटे।
क्या बोले क्षेत्राधिकारी?
क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद शेखर सेंगर ने बताया, “यह गैंग लंबे समय से ठगी में लिप्त है। गैंग का सरगना हरिश्चंद्र यादव उर्फ सोनी है। इनके पास से 7 एंड्रॉइड फोन और 2 कीपैड फोन बरामद किए गए हैं। सभी आरोपियों पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चालान किया गया है।”
गांवों तक फैल चुका ठगी का नेटवर्क
यह मामला शादी जैसे पवित्र बंधन को ठगी का जरिया बनाने की एक और मिसाल है। गैंग के सदस्य फर्ज़ी रिश्तेदार बनकर भोले-भाले दूल्हों को जाल में फंसाते और उन्हें लूटकर फरार हो जाते।