Ghaziabad News: गाजियाबाद में वीवीआईपी इलाके की डकैती का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार, एक फरार

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गाजियाबाद, गाजियाबाद के कविनगर में 7 जनवरी की रात हुए सनसनीखेज डकैती कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस वारदात का मास्टरमाइंड घर का घरेलू नौकर चंदन निकला। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 50 लाख रुपये के गहने और 10.49 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। वहीं, चौथा आरोपी अब भी फरार है। घटना की साजिश चाय की दुकान पर रची गई थी और वारदात के बाद लुटेरों ने शहर में ही 40 घंटे बिताए। पुलिस ने शुक्रवार को चंदन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया और इस हाई-प्रोफाइल केस की गुत्थी सुलझा ली।

पूरा मामला: बुजुर्ग दंपती को बंधक बनाकर लूटे गहने और नकदी

कविनगर के ए-ब्लॉक की कोठी नंबर-101 में रहने वाले 78 वर्षीय स्टील कारोबारी रामदास गुप्ता अपनी पत्नी सुमित्रा गुप्ता के साथ 7 जनवरी की शाम करीब साढ़े आठ बजे ड्राइंग रूम में टीवी देख रहे थे। तभी दो नकाबपोश बदमाश घर में दाखिल हुए और चाकू निकालकर उन्हें धमकाया। बदमाशों ने कहा, “हम लुटेरे हैं, चुपचाप गहने और नगदी निकालो।” जान बचाने के लिए बुजुर्ग दंपती ने कोई विरोध नहीं किया। बदमाशों ने दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया और घर से कैश व गहने लेकर फरार हो गए।

घरेलू नौकर चंदन बना वारदात का सूत्रधार

डकैती की पूरी साजिश चंदन नामक घरेलू नौकर ने रची थी। चंदन पिछले दो वर्षों से रामदास गुप्ता के घर में काम कर रहा था। घर में रखे गहनों और नगदी के बारे में उसे पूरी जानकारी थी। 4 जनवरी को गुप्ता परिवार के बेटे गौरव गुप्ता अपने बच्चों के साथ गोवा घूमने गए थे। चंदन ने इसका फायदा उठाकर अपने दोस्त ओमप्रकाश और जीजा सुनील कुमार के साथ मिलकर वारदात की योजना बनाई।

चंदन ने बताया कि वारदात के दौरान वह कोठी के बाहर था और फोन के जरिए अपने साथियों को घर के अंदर की स्थिति की जानकारी दे रहा था। बदमाशों ने लूटपाट के बाद कैश और गहनों का बंटवारा शहर के आरडीसी इलाके में किया।

कैसे पकड़े गए आरोपी?

डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने घटना के खुलासे के लिए कई टीमें गठित की थीं। लोकल इनपुट, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर शुक्रवार को मुखर्जी पार्क के पास से चंदन, ओमप्रकाश और सुनील कुमार को गिरफ्तार किया गया। तीनों आरोपी बिहार भागने की फिराक में थे।

बरामद सामान:

पुलिस ने आरोपियों के पास से 50 लाख रुपये के गहने और 10.49 लाख रुपये नकद बरामद किए। बरामद गहनों में डायमंड के सात कड़े, गोल्ड की चूड़ियां, चांदी के सिक्के और अन्य कीमती सामान शामिल है।

कैसे बनी साजिश? चाय की दुकान पर हुई थी मीटिंग

चंदन ने बताया कि डकैती की साजिश चाय की दुकान पर बनाई गई थी। ओमप्रकाश और सुनील को उसने घर के सीसीटीवी कैमरे के खराब होने की जानकारी दी। 7 जनवरी की रात करीब 8:45 बजे चारों ने मिलकर डकैती को अंजाम दिया।

चंदन ने कहा कि उसने यह सब अपनी बहन की शादी के लिए पैसे जुटाने के मकसद से किया। उसने बताया कि उसे पहले से पता था कि घर में काफी कैश और गहने रखे हैं।

डकैती के बाद भी पुलिस से बेखौफ रहे लुटेरे

डकैती के बाद लुटेरे पुलिस की नाक के नीचे 40 घंटे तक शहर में ही रहे। उन्होंने आरडीसी इलाके में जाकर कैश और गहनों का बंटवारा किया। इसके बाद भी वे राजनगर इलाके में घूमते रहे।

इस घटना से पुलिस प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर कैसे लुटेरे डकैती के बाद वीवीआईपी इलाके में घूमते रहे और पुलिस को भनक तक नहीं लगी?

अकेला पाकर बुजुर्ग दंपती को बनाया निशाना

चंदन ने बताया कि गौरव गुप्ता के बाहर जाने के बाद उसने अपने साथियों को जानकारी दी थी। चंदन ने कहा कि उसने जानबूझकर उस समय को चुना जब घर में सिर्फ बुजुर्ग दंपती थे।

डकैती के दौरान बदमाशों ने रसोई से चाकू उठाकर बुजुर्गों को डराया। उन्होंने आरडी गुप्ता से कहा, “हमें बैग चाहिए,” लेकिन गुप्ता ने उन्हें अटैची दी। बदमाशों ने कहा कि उन्हें अटैची नहीं बैग चाहिए। फिर वे गहनों और कैश को बैग में भरकर फरार हो गए।

फोन कॉल से मिल रही थी अंदर की जानकारी

पुलिस जांच में पता चला कि वारदात के दौरान ओमप्रकाश और चंदन ने करीब आठ से नौ बार फोन पर बात की। चंदन लगातार उन्हें घर के अंदर की लोकेशन दे रहा था। उसने बताया कि बुजुर्ग दंपती किस कमरे में बैठे हैं और गहने कहां रखे हैं।

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई और फरार साथी की तलाश

पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फरार आरोपी की तलाश जारी है। डीसीपी राजेश कुमार ने कहा कि जल्द ही चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसके पास से भी गहने और नकदी बरामद की जाएगी।

आरोपियों की प्रोफाइल: कौन हैं ये लोग?

  • चंदन कुमार: सुपौल, बिहार का निवासी। दो साल से गुप्ता परिवार में घरेलू सहायक के रूप में काम कर रहा था।
  • ओमप्रकाश: चंदन का दोस्त और सुपौल, बिहार का निवासी। गाजियाबाद में एक मकान में काम करता है।
  • सुनील कुमार: चंदन का जीजा और गोंडा का निवासी। दिल्ली में मजदूरी करता है।