देवरिया न्यूज़, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को लापरवाही पर सख्त चेतावनी दी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सीएम डैशबोर्ड की फ्लैगशिप योजनाओं में खराब प्रदर्शन करने वाले तीन अधिकारियों से और बैठक में गैरहाजिर रहने वाले एक अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी अधिकारी की लापरवाही से जनपद की रैंकिंग प्रभावित होने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जनपद की रैंकिंग पर चर्चा
सीएम डैशबोर्ड की कुल 41 योजनाओं और कार्यक्रमों के आधार पर रैंकिंग तय की जाती है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद को 18 योजनाओं में ‘ए प्लस’ ग्रेड, एक में ‘ए’, पांच-पांच में ‘बी’, ‘सी’ और ‘डी’, तथा सात योजनाओं में ‘ई’ ग्रेड प्राप्त हुआ है।
जिलाधिकारी ने मंडी आय में खराब प्रदर्शन करने पर मंडी सचिव, भूतत्व एवं खनिकर्म में आईएमएसएस के अनुसार प्रवर्तन कार्य में खराब प्रदर्शन करने पर खनन अधिकारी और जीएसटी राजस्व लक्ष्य के सापेक्ष वसूली न होने पर उपायुक्त जीएसटी से स्पष्टीकरण मांगा। वहीं, बिना पूर्व सूचना बैठक से अनुपस्थित रहने पर उपायुक्त उद्योग से भी जवाब तलब किया गया।
अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहन
जिन योजनाओं में जनपद ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, उनमें आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, गन्ना पर्ची वितरण, औषधि विक्रय लाइसेंस और अमृत-2 जैसी योजनाएं शामिल हैं। जिलाधिकारी ने इन क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाले अधिकारियों की सराहना की और खराब प्रदर्शन करने वालों को कार्यप्रणाली में सुधार के निर्देश दिए।
जन शिकायतों के निस्तारण पर जोर
जिलाधिकारी ने कहा कि आईजीआरएस सीएम डैशबोर्ड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जन शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि प्रकरणों में आख्या लगाकर उसकी जानकारी आवेदक को फोन के माध्यम से दी जाए।
बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, एडीएम वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय, सीआरओ जेआर चौधरी, एआईजी स्टांम्प पंकज कुमार, डीएसओ संजय पांडेय, इडीएम राजीव कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को समझें और डैशबोर्ड में सही समय पर आंकड़ों को भरें, ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी हो सके।