Deoria: जिलाधिकारी के आदेश बेअसर, पीड़ित ने हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव पर लगाए गंभीर आरोप

हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव
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देवरिया जिले में एक बार फिर से हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव की दबंगई का मामला सामने आया है। आरोप है कि राजेश यादव ने कोतवाली क्षेत्र के मिसकारी गांव निवासी सरवन सिंह, पुत्र राजेंद्र सिंह, की जमीन पर अवैध कब्ज़ा करने की कोशिश की है। यह जमीन सोन्दा के समीप अराजी संख्या 24 पर स्थित है।

जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद न्याय से वंचित पीड़ित

पीड़ित सरवन सिंह ने इस मामले को लेकर कई बार अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि, जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद पीड़ित को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है। सरवन सिंह की शासन और प्रशासन से लगातार मांग है कि उन्हें उनकी जमीन पर कब्जा दिलाया जाए।

पैमाइश में निकली सच्चाई, राजेश यादव का अवैध कब्जा उजागर

अधिकारियों की उपस्थिति में जब इस जमीन की पैमाइश कराई गई, तो यह स्पष्ट हुआ कि हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव द्वारा कब्ज़ा की जा रही जमीन वास्तव में सरवन सिंह की है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह जमीन करोड़ों रुपये की है और राजेश यादव की निगाहें इस जमीन पर लंबे समय से थीं।

राजेश यादव और सहयोगियों की दबंगई जारी

राजेश यादव ने अपने सहयोगियों सुनील मिश्रा, अनिल मिश्रा, और निशांत बरनवाल के साथ मिलकर जबरन कब्ज़ा करने की कोशिश की। इस घटना ने इलाके में तनाव का माहौल बना दिया है, और साथ ही स्थानीय लोग भी इस दबंगई से परेशान हैं।

प्रशासनिक अधिकारियों ने इस मामले पर संज्ञान लिया है, लेकिन पीड़ित अब भी न्याय की आस में है। राजेश यादव की दबंगई के चलते सरवन सिंह जैसे पीड़ितों को न्याय मिलना मुश्किल होता जा रहा है। अब देखना है कि प्रशासन कब तक इस मामले में सख्त कदम उठाता है।