मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को अचानक पार्टी आलाकमान ने केरल से दिल्ली बुलाया है। दिग्विजय सिंह भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं। खबरों की मानें तो, दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कल नामांकन भर सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली से लौटे कमलनाथ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे मध्यप्रदेश छोड़ कहीं नहीं जाएंगे।
कमलनाथ ने बुधवार को भोपाल के प्रदेश कांग्रेस कमेटी दफ्तर में प्रेस कांप्रेंस की और दिग्विजय सिंह के अध्यक्ष बनने के सवाल पर कहा कि- ये आप उनसे ही पूछिए। मैनें राहुल गांधी से करीब एक महीने पहले बात की थी। उनसे उन्हें अध्यक्ष बनने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने इस चर्चे पर मना कर विराम लगा दिया। इस विषय पर शशि थरूर ने मुझसे बात की थी, और कहा था कि वे इसलिए पर्चा भरेंगे, ताकि चुनाव होन लगे और ये ना लगे कि चुनाव नहीं हो रहे।
नामांकन से पहले शशि थरूर ने भरी हुंकार
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने अपने ट्वीट में प्रसिद्ध उर्दू कवि मजरूह सुल्तानपुरी का ‘शेर’ ट्वीट कर लिखा है, “मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल की ओर, लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया।” राजनीतिक विषलेषकों का कहना है कि शशि थरूर अपने ट्वीट के जरिए अध्यक्ष पद की रेस में अपने बढ़ते समर्थन को दिखाना चाहते हैं। इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) अध्यक्ष चुनाव लड़ने के लिए देश भर के पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन प्राप्त है। और साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि 30 सितंबर को सुबह 11 बजे वह अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
गहलोत के नाम का पर्चा अब तक नहीं कटा
राजस्थान में सियासी उठापटक मचा हुआ है। गांधी परिवार की पहली पसंद अशोक गहलोत ने पूरी सेटिंग को गड़बड़ कर दिया है। प्रदेश में पावर ट्रांसफर को लेकर गहलोत गुट पार्टी आलाकमान आमने-सामने हैं। अशोक गहलोत सीएम की कुर्सी का मोह त्याग नहीं पा रहे हैं। उनको 28 सितंबर यानी बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरना था। लेकिन अब तक उनके नाम का पर्चा कांग्रेस मुख्यालय से नहीं लिया गया है। बहरहाल, सूचना मिल रही है कि अशोक गहलोत आज दिल्ली आ सकते हैं।
अशोक गहलोत को मिली क्लीन चिट
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, पार्टी के मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर को जयपुर में पार्टी विधायकों की बैठक करने के लिए पार्टी हाईकमान ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी गई रिपोर्ट में अशोक गहलोत को क्लीन चीट दी गई है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ नेता एके एंटनी के जल्द ही सोनिया गांधी से मुलाकत की संभावना है। एंटनी पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के प्रमुख हैं।