देवरिया न्यूज़, जिले के भाटपाररानी तहसील के जगन चक गांव की बहू स्नेहा दुबे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वसई सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के टिकट पर शानदार जीत हासिल की। स्नेहा की इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल उनके परिवार बल्कि उनके पैतृक गांव के लोगों को भी गर्वित किया है। जीत की खबर मिलते ही गांव में जश्न का माहौल बन गया। लोग एक-दूसरे को मिठाइयां बांटते नजर आए, वहीं अबीर-गुलाल उड़ाकर खुशियां मनाई गईं।
गांव में जश्न का माहौल
जगन चक गांव में स्नेहा दुबे की जीत की सूचना मिलते ही हर ओर खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने कहा कि स्नेहा ने हमारे गांव का नाम रोशन कर दिया है। गांव के बुजुर्ग जयराम दुबे और सीताराम दुबे ने कहा, “स्नेहा ने साबित कर दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत से सब कुछ संभव है।”
स्नेहा के चचेरे देवर अमित दुबे ने कहा, “भाभी स्नेहा को पूर्वांचल की भाषा और यहां के लोगों का अपनापन बहुत भाता है। यही वजह है कि मुंबई में भी उत्तर प्रदेश के लोगों के बीच उनकी विशेष पहचान है।”
पहला चुनाव और ऐतिहासिक जीत
स्नेहा दुबे के राजनीतिक सफर की शुरुआत उनके पति नवीन दुबे के साथ हुई। नवीन दुबे शिवसेना के शिंदे गुट के नेता हैं, जबकि स्नेहा ने भाजपा से अपना राजनीतिक करियर शुरू किया। स्नेहा को पहली बार वसई सीट से भाजपा का टिकट मिला, और उन्होंने बहुजन विकास आघाड़ी पार्टी के दिग्गज नेता हितेंद्र ठाकुर को हराकर सभी को चौंका दिया।
स्नेहा के पिता विवेक भाऊ पंडित 2009 में वसई से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। स्नेहा ने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए यह सीट जीती।
सामाजिक कार्यों में रहीं अग्रणी
स्नेहा और उनके पति नवीन दुबे लंबे समय से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। स्नेहा ने आदिवासी संगठन के कार्याध्यक्ष के रूप में वसई में सराहनीय काम किया। यही वजह है कि महाराष्ट्र में उन्हें जनता का अपार समर्थन मिला।
वसई से देवरिया तक खुशी की लहर
स्नेहा की जीत से उनके पैतृक गांव के साथ-साथ पूरे भाटपाररानी क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। गांव के युवा और बुजुर्ग एकजुट होकर स्नेहा की जीत को अपनी जीत मान रहे हैं। विष्णु पांडे, श्यामू कुशवाहा, और इंद्रजीत यादव जैसे गांव के प्रमुख लोगों ने कहा कि स्नेहा ने हमारी परंपरा और मेहनत का मान बढ़ाया है।
पति शिवसेना में, पत्नी भाजपा में
स्नेहा और उनके पति नवीन दुबे के राजनीतिक दल अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों के बीच बेहतरीन तालमेल है। स्नेहा ने कहा कि उनके पति ने हर कदम पर उनका समर्थन किया और चुनाव जीतने में उनका मार्गदर्शन किया।
स्नेहा का संदेश
स्नेहा ने कहा, “उत्तर प्रदेश के लोगों ने चुनाव में मुझे भरपूर समर्थन दिया। मैं अपनी पैतृक धरती देवरिया की आभारी हूं। मेरे लिए यह गर्व की बात है कि मैं मुंबई में भी देवरिया का नाम रोशन कर पाई।”