Deoria News: धार्मिक त्योहारों को लेकर सख्ती, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और एसपी विक्रान्त वीर ने दिए कड़े निर्देश

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देवरिया न्यूज़, होली, ईद और रमज़ान जैसे प्रमुख त्योहारों के मद्देनजर जिले में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इसी क्रम में, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर के नेतृत्व में पुलिस लाइन सभागार में एक विशेष पीस कमेटी बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य आगामी त्योहारों के दौरान सुरक्षा को मजबूत करना और किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए समुदायों के बीच समन्वय स्थापित करना था। प्रशासन की इस पहल के जरिए जिले में सौहार्दपूर्ण माहौल को सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।

इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और विभिन्न समुदायों के धर्मगुरुओं ने भाग लिया। बैठक के दौरान कानून-व्यवस्था, सुरक्षा इंतजामों, और सांप्रदायिक सौहार्द जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए और यह सुनिश्चित करने पर बल दिया कि सभी धर्मों के लोग बिना किसी बाधा के अपने-अपने पर्व मना सकें। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की, साथ ही, पुलिस विभाग को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके

सौहार्द और भाईचारे की अपील, प्रशासन ने दिए दिशा-निर्देश

बैठक में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने धर्मगुरुओं से अनुरोध किया कि वे अपने अनुयायियों को शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि होली, ईद और रमज़ान न केवल धार्मिक आयोजन हैं, बल्कि समाज में भाईचारे और एकता की भावना को मजबूत करने का अवसर भी प्रदान करते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि त्योहारों को सौहार्द और संयम के साथ मनाना चाहिए, ताकि समाज में सद्भाव बना रहे।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी धार्मिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चाक-चौबंद किया जाए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि साफ-सफाई, पेयजल, रोशनी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रशासन की ओर से यह साफ कर दिया गया कि किसी भी प्रकार की अफवाह या अव्यवस्था फैलाने की कोशिश को गंभीरता से लिया जाएगा, और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कानून-व्यवस्था पर विशेष निगरानी, सुरक्षा होगी चाक-चौबंद

बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने स्पष्ट किया कि जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस बल को विशेष रूप से संवेदनशील इलाकों में सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। आगामी दिनों में सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही, पेट्रोलिंग टीमों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे हर स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।

इसके अतिरिक्त, सुरक्षा निगरानी को तकनीकी रूप से और बेहतर बनाने के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। ड्रोन कैमरों की मदद से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हर महत्वपूर्ण स्थान की निगरानी की जाएगी। सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी तरह की भ्रामक या भड़काऊ सामग्री फैलाने वालों पर त्वरित कार्रवाई हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि अफवाहों को रोकने के लिए सायबर टीम को विशेष रूप से अलर्ट मोड में रखा गया है, और किसी भी तरह की गलत जानकारी प्रसारित करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी

सुरक्षा के मद्देनजर दिए गए निर्देश, विशेष दल करेगा निगरानी

रात्रि के समय सुरक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस बल की तैनाती में बढ़ोतरी की जाएगी और संवेदनशील स्थानों पर विशेष गश्त की जाएगी। इसके अलावा, शहर के उन क्षेत्रों में जहां आपराधिक गतिविधियों की संभावना अधिक रहती है, वहां अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएंगे। प्रमुख बाजारों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस की उपस्थिति बढ़ाई जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके।

इसके साथ ही, पुलिस प्रशासन सामुदायिक भागीदारी को भी प्राथमिकता दे रहा है। स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों की सहायता से सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जाएगा, जिससे छोटी घटनाओं को गंभीर अपराध बनने से पहले ही नियंत्रित किया जा सके। सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी को भी सख्त किया जाएगा, ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक प्रबंधन को भी सुव्यवस्थित किया जाए, जिससे किसी भी आपात स्थिति में पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच सके।

धर्मगुरुओं ने दिया प्रशासन को पूर्ण सहयोग का आश्वासन

बैठक में मौजूद सभी धर्मगुरुओं ने प्रशासन को भरोसा दिलाया कि वे अपने अनुयायियों को शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्वों को आपसी एकता और सद्भावना के साथ मनाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए वे अपने समुदायों में संवाद स्थापित कर लोगों को सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने का संदेश देंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।

संतों और धार्मिक नेताओं ने यह भी सुझाव दिया कि प्रशासन और समाज को मिलकर सद्भावना को और सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। इसके तहत जागरूकता अभियान चलाए जाएं, जिससे लोगों को शांति और भाईचारे का महत्व समझ में आए। साथ ही, विभिन्न समुदायों के बीच परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए, जिससे समाज में समरसता और आपसी विश्वास की भावना को और अधिक प्रबल किया जा सके।

सार्वजनिक स्थानों पर सख्त निगरानी, अफवाहों पर विशेष नजर

प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा बनाए रखने के लिए विशेष टीमें तैनात की जाएंगी। धार्मिक स्थलों, प्रमुख बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त निगरानी रखी जाएगी, ताकि अव्यवस्था को रोका जा सके। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नियमित गश्त करें और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कार्रवाई करें। इसके अलावा, किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा जाएगा

इसके साथ ही, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भ्रामक सूचनाओं को रोकने के लिए एक निगरानी सेल को सक्रिय किया जाएगा। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, ताकि किसी भी गलत जानकारी को समय रहते रोका जा सके। साइबर टीम को निर्देश दिया गया है कि संदिग्ध पोस्ट और मैसेज पर तुरंत कार्रवाई करें, जिससे समाज में किसी भी प्रकार की अशांति उत्पन्न न हो। प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वे केवल विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं पर भरोसा करें और अफवाहों को बढ़ावा देने से बचें।

सुरक्षा के लिए विशेष टीमें गठित, ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी

इस बार सुरक्षा व्यवस्था को अधिक सशक्त बनाने के लिए डिजिटल तकनीक का व्यापक उपयोग किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा संवेदनशील स्थानों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है। उच्च स्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की मदद ली जाएगी, जिससे भीड़भाड़ वाले इलाकों में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। साथ ही, प्रमुख मार्गों और सार्वजनिक स्थलों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।

इसके अतिरिक्त, पुलिस पेट्रोलिंग टीमों को लगातार गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जा सके। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात रहें। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा दलों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वे तुरंत कार्रवाई कर सकें। इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ काम करेंगी ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।

प्रशासन का स्पष्ट संदेश, शांति भंग करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

बैठक के समापन पर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने स्पष्ट रूप से कहा कि जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या असामाजिक गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति कानून के खिलाफ जाकर अशांति फैलाने का प्रयास करेगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, आम नागरिकों से अपील की गई कि वे प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।

प्रशासन ने दोहराया कि सामाजिक सौहार्द और सामुदायिक एकता को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। यदि कोई व्यक्ति या समूह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने या साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास करेगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। सभी नागरिकों से अपील की गई कि वे शहर की शांति और भाईचारे को बनाए रखने में सहयोग करें और किसी भी अफवाह या भ्रामक जानकारी से बचें।

-अमित मणि त्रिपाठी