Deoria News: होली से पहले मिलावटखोरों पर गिरी गाज, खाद्य सुरक्षा विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई

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देवरिया न्यूज़, होली पर्व को देखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के आदेशानुसार और जिलाधिकारी के निर्देश पर बाजारों में व्यापक जांच अभियान चलाया जा रहा है।

इस अभियान की अगुवाई सहायक आयुक्त (खाद्य) द्वितीय, विनय कुमार सहाय द्वारा की गई, जिसमें जिले के विभिन्न बाजारों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच की गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने कई दुकानों और औद्योगिक इकाइयों पर छापेमारी कर संदिग्ध खाद्य उत्पादों के नमूने एकत्र किए।

खाद्य उत्पादों की गहन जांच, मिलावट पर पैनी नजर

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने विभिन्न स्थानों पर निरीक्षण कर खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता की जांच की। खाद्य विभाग की टीम द्वारा खासतौर पर खोया, पनीर, दूध, घी, वनस्पति तेल, बेसन, मैदा, मिठाइयाँ, पापड़, नमकीन और रंगीन कचरी जैसे सामानों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। त्योहार के समय इन खाद्य पदार्थों में मिलावट की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए इस अभियान को तेज किया गया है। बाजारों में उपलब्ध दूध से बने उत्पादों और तले-भुने खाद्य पदार्थों की बारीकी से जांच की जा रही है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा कई दुकानों और गोदामों से संदेहास्पद खाद्य सामग्रियों के नमूने एकत्र किए गए हैं, जिन्हें प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा गया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाएं।

जिले के प्रमुख बाजारों में की गई छापेमारी के दौरान विभिन्न खाद्य वस्तुओं के सैंपल लिए गए, जिनमें बेसन से बने स्नैक्स और तले हुए खाद्य पदार्थ प्रमुख रूप से शामिल रहे। अधिकारियों की एक विशेष टीम ने औद्योगिक क्षेत्र में संचालित खाद्य निर्माण इकाइयों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान संदेहास्पद खाद्य सामग्री की जांच की गई और उसकी गुणवत्ता का आकलन किया गया। जिन खाद्य उत्पादों में मिलावट की संभावना पाई गई, उन्हें तत्काल परीक्षण के लिए भेज दिया गया ताकि किसी भी तरह की अस्वस्थकर वस्तु बाजार में न पहुंचे।

संदिग्ध कचरी सीज, 90 हजार रुपये मूल्य की 20 क्विंटल कचरी जब्त

देवरिया के औद्योगिक क्षेत्र में चल रही एक कचरी निर्माण इकाई में बड़ी मात्रा में संदिग्ध खाद्य सामग्री मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सख्त कदम उठाए। जांच के दौरान उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर कई अनियमितताएँ देखी गईं, जिससे संदेह और भी गहरा हो गया। अधिकारियों ने मौके पर मौजूद खाद्य पदार्थों के सैंपल एकत्र किए और उनकी जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक निरीक्षण में कई गंभीर विसंगतियां सामने आईं, जिसके आधार पर विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पूरी खेप को जब्त करने का निर्णय लिया।

सुरक्षा मानकों पर खरा न उतरने की वजह से निर्माण इकाई में रखी 20 क्विंटल कचरी को नष्ट करने के लिए सीज कर दिया गया। जब्त किए गए खाद्य उत्पादों का बाजार मूल्य करीब 90,000 रुपये आंका गया है। टीम में शामिल खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रेमचंद्र, श्री राम यादव और नेहा त्रिपाठी ने पूरी जांच प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक अंजाम दिया। विभागीय अधिकारियों ने मिलावटखोरी रोकने के लिए लगातार निरीक्षण जारी रखने का संकेत दिया, जिससे अस्वस्थ्यकर और नकली खाद्य उत्पादों की बिक्री पर लगाम लगाई जा सके।

सख्त निर्देश, मिलावटखोरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी

खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजीव मिश्र ने कहा कि त्योहारों के समय खाद्य सामग्री की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। जिन दुकानदारों या निर्माताओं द्वारा अनधिकृत सामग्री या अमानक उत्पाद बेचे जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत न केवल भारी जुर्माने की व्यवस्था की गई है, बल्कि आवश्यकतानुसार प्रतिष्ठान भी सील किए जा सकते हैं। इसके अलावा, विशेष जांच दलों को सतर्क किया गया है ताकि किसी भी अनियमितता को तुरंत पकड़ा जा सके।

अधिकारियों ने यह भी कहा कि बाजारों में लगातार निरीक्षण किया जा रहा है और उपभोक्ताओं को भी जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई होगी और दोषी व्यक्तियों पर कठोर दंड लगाया जाएगा। सभी जिलों में खाद्य निरीक्षकों की टीम को सक्रिय कर दिया गया है, ताकि मिलावटखोरी को पूरी तरह से रोका जा सके।

खाद्य सुरक्षा विभाग का जनता से अपील

खाद्य सुरक्षा विभाग ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे उपभोक्ता अधिकारों के प्रति जागरूक बनें और अपनी सेहत से समझौता न करें। बाजार में उपलब्ध खाद्य सामग्रियों को खरीदते समय उनकी ताजगी, शुद्धता और पैकेजिंग की सावधानीपूर्वक जांच करें। विशेषकर उन उत्पादों को खरीदते समय सतर्क रहें, जो त्योहारों के समय अधिक खपत में आते हैं। किसी भी खाद्य वस्तु को खरीदते समय उसके निर्माण और समाप्ति तिथि की जानकारी अवश्य लें, ताकि खराब या नकली उत्पादों से बचा जा सके।

इसके अलावा, यदि किसी भी दुकान, स्टॉल या प्रतिष्ठान पर खाद्य पदार्थ संदिग्ध प्रतीत होते हैं, तो इसकी तुरंत सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। उपभोक्ता किसी भी अनियमितता की जानकारी स्थानीय प्रशासन या हेल्पलाइन नंबर पर साझा कर सकते हैं, जिससे त्वरित निरीक्षण और आवश्यक कार्रवाई संभव हो सके। विभाग ने यह भी कहा है कि जागरूकता ही मिलावटखोरी को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है, इसलिए प्रत्येक नागरिक को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

व्यापारियों को निर्देश, मिलावटी सामान की बिक्री रोकी जाए

खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा जिले के सभी खाद्य व्यापारियों और विक्रेताओं को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा सके। हर दुकान और उत्पादन इकाई को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके द्वारा बेचे जा रहे उत्पाद तय मानकों के अनुरूप हों। त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ने के कारण विभाग ने निगरानी को और अधिक कड़ा कर दिया है, ताकि अस्वस्थकर और नकली सामग्री बाजार में न पहुंचे।

संयुक्त जांच टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर औचक निरीक्षण किया जाएगा, और यदि किसी प्रतिष्ठान में खाद्य सामग्री में गड़बड़ी पाई जाती है, तो कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मिलावटी सामान बेचने वालों पर सख्त प्रावधान लागू होंगे, जिसमें आवश्यकतानुसार दुकान को बंद करने और आर्थिक दंड लगाने की कार्रवाई की जाएगी। सभी विक्रेताओं को हिदायत दी गई है कि वे उपभोक्ताओं की सेहत से खिलवाड़ करने से बचें, अन्यथा सख्त कदम उठाए जाएंगे।

खाद्य सुरक्षा टीम की त्वरित कार्रवाई से व्यापारी वर्ग सतर्क

खाद्य सुरक्षा विभाग की सक्रियता से बाजारों में बेचैनी बढ़ गई है। विभाग की कड़ी निगरानी के कारण दुकानदार अब अपने उत्पादों की शुद्धता सुनिश्चित करने में जुट गए हैं। त्योहार के समय खाद्य सामग्रियों की मांग अधिक होती है, ऐसे में मिलावट को रोकने के लिए व्यवसायी भी सतर्कता बरत रहे हैं। हर स्तर पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांची जा रही है ताकि ग्राहकों तक स्वच्छ और सुरक्षित उत्पाद पहुंच सकें। विभागीय अधिकारियों द्वारा लगातार बाजारों का दौरा किया जा रहा है, जिससे व्यापारी अब सतर्कता से काम कर रहे हैं।

विनय कुमार सहाय के अनुसार, मिलावटखोरी की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। त्योहारों के बाद भी खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर अभियान जारी रहेगा। अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे ताकि मिलावटी सामान की बिक्री पूरी तरह से बंद हो सके। विभाग की ओर से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आम जनता तक स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य उत्पाद पहुंचे। जांच प्रक्रिया को और प्रभावी बनाने के लिए नई रणनीतियों पर भी विचार किया जा रहा है, जिससे भविष्य में मिलावटखोरी को जड़ से खत्म किया जा सके।

-अमित मणि त्रिपाठी