देवरिया, जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र में 22 जनवरी 2025 को 45 वर्षीय महिला अंजना जायसवाल की हत्या के मामले का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। पुलिस ने हत्या के आरोपी बेटे दीपक उर्फ हिमांशू जायसवाल को माल गोदाम रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस की तेज़ कार्रवाई और गहन जांच ने शहर में चर्चा का विषय बना दिया।
घटना का विवरण
22 जनवरी को देवरिया खास के वार्ड नंबर 22 में अंजना जायसवाल का शव उनके घर में संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया। मृतका की मां प्रभावती देवी ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने मु0अ0सं0-91/2025 धारा-103(1) बी0एन0एस0 के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
पुलिस की तेजी से कार्रवाई
23 जनवरी 2025 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी दीपक उर्फ हिमांशू जायसवाल, जो हत्या के बाद फरार हो गया था, माल गोदाम रेलवे स्टेशन के पास मौजूद है। प्रभारी निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह और उनकी टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी का कबूलनामा
पुलिस की पूछताछ में आरोपी हिमांशू जायसवाल ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वह नशे का आदी है और अक्सर अपनी मां से पैसे मांगता था। घटना वाले दिन भी उसने पैसे मांगे थे, लेकिन कहासुनी के बाद उसने गुस्से में घर में पड़े लोहे के चापड़ और सिल के बट्टे से अपनी मां के सिर पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद वह भाग गया था।
हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद कर लिए:
- लोहे का चापड़ (1 अदद)
- सिल का बट्टा
गिरफ्तार टीम की सराहनीय भूमिका
इस जघन्य अपराध का खुलासा करने में प्रभारी निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी सूझबूझ और तेजी से कार्रवाई के कारण आरोपी को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया जा सका।
मामले की पृष्ठभूमि
हत्या की यह घटना पैसे को लेकर मां-बेटे के बीच हुई कहासुनी के दौरान हुई। आरोपी हिमांशू नशे का आदी था और अक्सर अपनी मां से पैसे मांगता था। घटना के दिन भी पैसे मांगने को लेकर विवाद हुआ, जो इस दुखद अंजाम तक पहुंचा।
पुलिस की सख्ती और जनता की प्रतिक्रिया
देवरिया पुलिस ने इस केस में तेज़ी से कार्रवाई कर जनता का विश्वास जीत लिया है। लोग पुलिस की तत्परता और जिम्मेदारी की सराहना कर रहे हैं। इस घटना ने समाज में नशे की लत के गंभीर परिणामों को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
नशा और परिवार पर इसका प्रभाव
यह मामला न केवल एक आपराधिक घटना है, बल्कि समाज में नशे के बढ़ते प्रभाव का एक गंभीर उदाहरण भी है। नशे की लत ने एक बेटे को इतना अंधा कर दिया कि उसने अपनी ही मां की जान ले ली। यह घटना सभी के लिए एक चेतावनी है कि नशा न केवल व्यक्ति को, बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर सकता है।
अंजना जायसवाल की हत्या ने शहर को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन देवरिया पुलिस ने 24 घंटे के भीतर इस मामले को सुलझाकर एक मिसाल पेश की है। प्रभारी निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह और उनकी टीम की कार्रवाई ने अपराधियों को यह संदेश दिया है कि कानून से बच पाना आसान नहीं है। यह घटना समाज को नशे और घरेलू हिंसा जैसे मुद्दों पर आत्ममंथन करने का मौका देती है।
-अमित मणि त्रिपाठी