देवरिया न्यूज़, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के अवसर पर मेडिकल कॉलेज देवरिया में विशेष समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज प्रशासनिक भवन में आयोजित हुआ, जिसमें एमबीबीएस प्रथम वर्ष (बैच 2024) के छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की।
मुख्य गतिविधियां और प्रतिभागिता
कार्यक्रम के दौरान दो प्रमुख प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं—पोस्टर प्रतियोगिता और निबंध लेखन प्रतियोगिता। पोस्टर प्रतियोगिता में 12 छात्रों ने भाग लिया और अपनी कला के माध्यम से अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन और विचारों को प्रदर्शित किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में भी छात्रों ने अपने विचारों को शब्दों में पिरोते हुए वाजपेयी जी के योगदान और व्यक्तित्व पर रोशनी डाली।
संकाय सदस्यों की अहम भूमिका
कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज के संकाय सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई। प्रतियोगिता की आयोजक डॉ. शालिनी गुप्ता रहीं, जिन्होंने पूरे आयोजन की व्यवस्था को संभाला।
– पोस्टर प्रतियोगिता के जज: डॉ. खुशरू नोमानी
– निबंध लेखन प्रतियोगिता की जज: डॉ. कोमल मोरे
साथ ही डॉ. रजित सिंह, डॉ. संजय भट्ट, और डॉ. शालिनी गुप्ता ने भी आयोजन को सफल बनाने में अपना विशेष योगदान दिया।
छात्रों ने दिखाया अद्भुत कौशल
प्रतियोगिता में छात्रों ने अपने रचनात्मक और बौद्धिक कौशल का परिचय दिया। निबंध लेखन में छात्रों ने अटल जी के जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं पर प्रकाश डाला, जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में उनकी सोच और कला के अनोखे आयाम देखने को मिले।
पुरस्कार वितरण समारोह
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार वितरण समारोह 26 जनवरी 2025 को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।
आयोजन का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन और उनकी शिक्षाओं से प्रेरित करना था। छात्रों ने इस आयोजन से न केवल अपने ज्ञान का विस्तार किया, बल्कि अटल जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प भी लिया।
समापन और संदेश
कार्यक्रम का समापन छात्रों और संकाय सदस्यों के बीच संवाद के साथ हुआ। डॉ. शालिनी गुप्ता ने कहा, “यह आयोजन हमारे छात्रों के लिए अटल जी के विचारों और देशभक्ति की भावना को समझने का एक अनोखा अवसर था। ऐसे कार्यक्रम हमारे युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हैं और उनके व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं।”
यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए बल्कि सभी उपस्थित लोगों के लिए एक यादगार अनुभव साबित हुआ। अटल जी की जयंती को इस प्रकार मनाकर उनके विचारों और आदर्शों को जीवित रखने का प्रयास किया गया।