औरैया में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत के बाद सोमवार को ग्रामिणों ने जमकर हंगामा काटा। बच्चे का शव पैतृक आवास पहुंचते ही गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया और उनकी गाड़ियों में भी आग लगा दी। हालात इतने बद्दतर हो गए थे कि आधी रात में आईजी और एडीजी को मौके पर पहुंचना पड़ा।
प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ित परिवार से बात कर बच्चे की अंतिम संस्कार के लिए मनाया। मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार की तैयारियां भी शुरू हो गई थी। लेकिन, बीती रात उपद्रव में शामिल लोगों की धरपकड़ की सूचना के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। जिससे हालात फिर नाज़ुक हो गए, कई घंटों की मशक्कत के बाद परिवार फिर शव का अंतिम संस्कार करने को राज़ी हुआ।
डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने मृतक के पिता से बात कर आश्वासन दिया है कि मुआवजे के आठ लाख रुपए में से छह लाख का मुआवजा खाते में डलवा दे रहे हैं, और साथ ही गांव में आवास एवं पट्टा करने का भी आश्वासन दिया है। आगे डीएम ने यह भी कहा कि वह परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के लिए सरकार से निवेदन करेंगे।
घटना की जानकारी होते ही सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया। आरोपी मास्टर फिलहाल फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। शाम को पोस्टमॉर्टम होने के बाद परिजनों को शव सौंप दिया गया। वहीं परिजन शव को एंबुलेंस से लेकर सीधे स्कूल पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। उधर भीम आर्मी के सदस्य भी गांव पहुंच गए और हंगामा करने लगे।
अछल्दा थाना क्षेत्र के कस्बा फफूंद रोड के आदर्श इंटर कॉलेज में वैशोली गांव निवासी निखित कुमार (15) दसवीं का छात्र था। उसके पिता राजू दोहरे ने बताया, बिते 7 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के मास्टर अश्विनी सिंह ने क्लास में टेस्ट लिया था। वह पढ़ने में ठीक था, लेकिन टेस्ट में उसने एक-दो शब्द गलत लिख दिए थे। उसी बात को लेकर आरोपी मास्टर अश्विनी सिंह ने मेरे बेटे को बाल पकड़ कर लात-घूसों और डंडों से इतना पीटा कि वह स्कूल में ही बेहोश हो गया, आनन-फानन में उसे अस्पताल लाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।