उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विगत दिनों जनपद देवरिया में हुई घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने लापरवाह राजस्वकर्मियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ स्थानांतरण, निलंबन, और विभागीय कार्यवाही के निर्देष दिए है। उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, हर एक पर कार्रवाई की जाएगी। शासन की रिर्पोट में कई अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। देवरिया जिले की तहसील और थाना रूद्रपुर में अधिकारियों की लापरवाही और कर्तव्यपालन में शिथिलता के मामले में मुख्यमंत्री ने कई अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाया है। इसके अंतर्गत, वर्तमान उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी निलंबित किए गए हैं।
इस मामले की गहन जाँच के बाद, निम्नलिखित कदम उठाए गए हैं:
01 उपजिलाधिकारी, 01 क्षेत्राधिकारी, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, 01 हेड कांस्टेबल, 04 कांस्टेबल, 02 हल्का प्रभारी व 01 थाना प्रभारी निलंबित
- वर्तमान उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ और क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत को तत्काल निलंबित किया गया।
- पूर्व उपजिलाधिकारी रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला और संजीव कुमार उपाध्याय के खिलाफ विभागीय कार्रवाही की जाएगी।
- सेवानिवृत्त तहसीलदार वंशराज राम और सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक रामानंद पाल के खिलाफ जल्द से जल्द विभागीय कार्रवाही की जाए।
- अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) के खिलाफ अतिरिक्त आरोप पत्र जारी किया जाएगा।
- तत्कालीन तहसीलदार रामाश्रय, सम्प्रति तहसीलदार जनपद बलरामपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए और केशव कुमार तहसीलदार रूद्रपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
- 6. हेड कॉन्स्टेबल राजेश प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी / उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे, और प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को निलंबित कर विभागीय कार्रवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
- विशाल नाथ यादव (राजस्व निरीक्षक), राजनन्दनी यादव (क्षेत्रीय लेखपाल), अखिलेश (लेखपाल) को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
- पूर्व में आईजीआरएस के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही के लिये उत्तरदायी पाए गए कॉन्स्टेबल कैलाश पटेल, कॉन्स्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया, सुभाष यादव एवं उप निरीक्षक सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, रूद्रपुर को निलंबित किया जाए तथा तत्कालीन क्षेत्राधिकारी, रूद्रपुर दिनेश कुमार सिंह यादव के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरु की जाए।