देवरिया हत्याकांड के बाद सत्यप्रकाश का 17 वर्षिय बड़ा बेटा देवेश कैमरे के सामने आया। वारदात के वक्त वह घर पर नहीं था। वारदात के वक्त पूजा-पाठ कराने के लिए वह बलिया गया हुआ था। देवेश ने सोमवार देर रात माता-पिता, दो बहनों और एक भाई की चिता को मुखाग्नि दी। इसके बाद पुलिस की सुरक्षा में देवेश ने कैमरे पर आकर कहा-जैसे मेरा परिवार खत्म हुआ है, वैसे ही हत्यारों का भी परिवार बचना नहीं चाहिए। उन्हें फांसी की सज़ा होनी चाहिए।
भाई का था जन्मदिन
मेरे छोटे भाई गांधी का आज जन्मदिन था और जन्मदिन के दिन ही उसकी हत्या कर दी गई। आज सुबह ही भाई ने मुझसे पुछा था कि, भैया आज मेरा जन्मदिन है, तुम मुझे क्या दोगे? देवेश ने आगे बताते हुए कहा कि, ”मैं कथा कराने जा रहा हूं। वहां से जो भी पैसे मिलेंगे वह लाकर मैं तुम्हें दे दूंगा, जिससे तुम अपना जन्मदिन मना लेना। यह कहते हुए मैं कथा कराने चला गया। जब वापस लौटा तो, मेरे परिवार की हत्या हो चुकी थी। मेरा एक छोटा भाई अभी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। अगर मैं भी घर पर रहता तो शायद मेरी भी हत्या हो गई होती। मुझे क्या पता था कि जब मैं घर लौटूंगा तो सब कुछ खत्म हो जाएगा। कुछ बचेगा ही नहीं।”
दोषियों को दी जाए फांसी
देवेश ने सरकार से मांग करते हुए कहा ”जिस तरह अपराधियों ने मेरे पूरे परिवार को खत्म किया, ठीक उसी मेरे परिवार की हत्या करने वाले का खानदान खत्म हो। दोषियों को फांसी की सजा दी जाए” उसने अपने परिवार की हत्या का आरोप पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव समेत, उसके भाई रामजी यादव और उसके पिता रामभुवन यादव पर लगाया।