जयप्रकाश नारायण की जयंती पर बुधवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ के जेपीएनआइसी पहुंचे। जहां एलडीए ने पहले से ही जेपीएनआइसी गेट पर ताला लगा रखा था। इसके अलावा लोहे की चादर की दीवार भी लगा दी। एलडीए ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जेपीएनआइसी में माल्यार्पण कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया। अखिलेश के पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें परेशन न होने का हवाला दिया और रोकने का प्रयास किया। लेकिन अखिलेश गेट फांदकर माल्यार्पण करने पहुंचे।
भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ सामाजवादी लोग लड़ते रहेंगे।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी ने JPNIC में लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण। pic.twitter.com/pL8NsBjcTu
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 11, 2023
गेट फांदकर अखिलेश ने किया माल्यार्पण
जय प्रकाश नारायण की जयंती पर जेपीएनआईसी के गेट को बंद किए जाने से नाराज सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव साढ़े 11 बजे अपने समर्थकों के साथ बस से जेपीएनआईसी पहुंचे और गेट फांदकर अंदर घुस गए और माल्यार्पण किया। कुछ देर बाद अखिलेश जेपीएनआईसी से बाहर निकले और प्रदेश सरकार पर तानाशाही का आरोप भी लगाते हुए कहा, सरकार की उन्हें रोकने की सारी व्यवस्थाएं धरी रह गई। और आगे कहा कि, हम हर साल जय प्रकाश जी की स्मृति में यहां आते हैं और माल्यार्पण करते हैं। लेकिन इस बार सरकार ने हमें रोकने के लिए गेट पर ताला लगा दिया और टिन लगाकर सील कर दिया।
उन्होंने कहा कि, जेपी ने ‘संपूर्ण क्रांति’ का नारा दिया था तो क्या हमें भी माल्यार्पण करने के लिए ‘संपूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान करना पड़ेगा। अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही। भाजपा, सपा सरकार में किए गए कामों को बर्बाद कर रही है। रिवरफ्रंट को बर्बाद कर दिया और अब जेपीएनआईसी को बर्बाद कर रही है। आगे उन्होंने कहा कि हम संपूर्ण क्रांति का नारा देते हैं जो कि 2024 तक जाएगा और 2027 में यूपी में सत्ता परिवर्तन करेगा।
सपा ने मांगी थी एलडीए से अनुमति
अखिलेश यादव ने जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआइसी) में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का कार्यक्रम तय किया था। सपा प्रदेश कार्यालय की ओर से एलडीए से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन एलडीए ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जेपीएनआइसी में माल्यार्पण कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया था।