देवरिया न्यूज़, संसद में होने वाली बहसें लोकतंत्र की जीवंत प्रक्रिया का प्रतीक हैं, लेकिन जब ऐसी बहसें अनुशासन और मर्यादा की सीमाएं लांघती हैं, तो यह न केवल संसद की गरिमा पर सवाल खड़ा करता है बल्कि देशवासियों को भी झकझोर देता है। ऐसा ही कुछ राहुल गांधी के कथित दुर्व्यवहार के बाद हुआ, जिसने सांसद प्रताप सारंगी को चोटिल कर दिया। इस घटना के विरोध में भाजपा युवा मोर्चा ने देवरिया के सुभाष चौक पर राहुल गांधी का पुतला फूंका और उनकी निंदा की।
सांसद प्रताप सारंगी को लेकर बढ़ा विवाद
राहुल गांधी के व्यवहार ने संसद के माहौल को अशांत कर दिया। सांसद प्रताप सारंगी के चोटिल होने की घटना ने भाजपा कार्यकर्ताओं को आक्रोशित कर दिया। इसे केवल एक सांसद पर हमला नहीं, बल्कि संविधान का भी अपमान करार दिया गया। भाजपा ने राहुल गांधी के इस आचरण को संसद की गरिमा और लोकतंत्र की भावना पर हमला बताया।
सुभाष चौक पर हुआ विरोध प्रदर्शन
राहुल गांधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा युवा मोर्चा ने सुभाष चौक पर उनका पुतला जलाया। कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए उनके दुर्व्यवहार की निंदा की। प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि संसद की गरिमा को चोट पहुंचाने वाला ऐसा आचरण लोकतंत्र के लिए बेहद हानिकारक है।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता
प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रवीण प्रताप मल्ल ने किया। उनके साथ नगर अध्यक्ष रमेश वर्मा, जिला महामंत्री दिलीप सिंह, नगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा और अन्य प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सभी ने राहुल गांधी के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की।
राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा की प्रमुख मांगें
- सार्वजनिक माफी: कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से संसद में दुर्व्यवहार के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की।
- अनुशासनात्मक कार्रवाई: संसद की गरिमा बनाए रखने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।
- लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा: संसद की मर्यादा और लोकतंत्र की गरिमा को संरक्षित करना हर नेता की जिम्मेदारी है।
राहुल गांधी के दुर्व्यवहार और सांसद प्रताप सारंगी के चोटिल होने की घटना ने संसद की गरिमा और अनुशासन की आवश्यकता को उजागर किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से माफी और सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि संसद की गरिमा के साथ समझौता किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।