देवरिया न्यूज़, जनपद न्यायालय देवरिया में राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें कुल 1,45,389 मामलों का सफल निस्तारण हुआ। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश देवेन्द्र सिंह ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ न्यायाधीशगणों ने फीता काटकर, माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। इस अवसर पर सभी न्यायाधीश, अधिवक्ता, वादकारी, और स्थानीय जनता ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
राष्ट्रीय लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य विवादों का आपसी सहमति से त्वरित समाधान करना है। इस पहल के तहत, सभी वर्गों को न्यायिक प्रक्रिया में सुगमता और त्वरित न्याय प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया गया।
महत्वपूर्ण आंकड़े और उपलब्धियां
- कुल मामले निस्तारित: 1,45,389
- प्रतिकर राशि: ₹15,72,92,802
- न्यायालयवार आंकड़े:
- जनपद न्यायाधीश ने 1 मामले का निस्तारण कर ₹500 प्रतिकर दिलाया।
- परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश द्वारा 3 और अन्य न्यायाधीशों द्वारा 45 पारिवारिक वादों का निस्तारण।
- मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी ने 114 मामलों में ₹7,83,11,000 का निपटारा किया।
- अन्य न्यायिक अधिकारियों द्वारा 3026 मामले निस्तारित।
- राजस्व और अन्य विभागों ने 1,42,200 मामलों को निपटाया।
न्यायिक प्रक्रिया में सहयोग
कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी का विशेष योगदान रहा। उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण के कारण यह आयोजन सफल हुआ।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश, पीठासीन अधिकारी मोटर दावा अधिकरण, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय और अन्य न्यायाधीशगण उपस्थित रहे। अधिवक्ताओं और वादकारियों ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
लोक अदालत की सफलता का प्रभाव
राष्ट्रीय लोक अदालत का यह आयोजन, विवाद समाधान के क्षेत्र में एक मिसाल साबित हुआ। इससे विवादित पक्षों को न केवल राहत मिली, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया के प्रति विश्वास भी बढ़ा।