देवरिया न्यूज़, पुलिस लाइन देवरिया के प्रेक्षागृह में विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू) की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव के प्रतिनिधि श्री ओम प्रकाश तिवारी, डिप्टी लिगल एड डिफेंस काउंसिल ने की, जबकि संचालन श्री जय प्रकाश तिवारी, संरक्षण अधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा किया गया।
बैठक में थाना प्रभारी एएचटीयू, श्री राकेश सिंह ने एसजेपीयू के कर्तव्यों और किशोर न्याय अधिनियम के अनुपालन पर चर्चा की। उन्होंने किशोरों से जुड़े मामलों में संवेदनशीलता और सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया।
बाल संरक्षण कानूनों पर चर्चा
बैठक में श्री जय प्रकाश तिवारी ने किशोर न्याय अधिनियम 2015, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 और केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण (CARA) के तहत बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही, बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जनजागरूकता फैलाने और बाल विवाह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
अधिकारियों को निर्देश और शपथ
श्री ओम प्रकाश तिवारी ने किशोर न्याय अधिनियम के प्रभावी अनुपालन और बालकों को विधिक सहायता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मियों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई।
समिति और विभागों का योगदान
- श्री ब्रजेश नाथ तिवारी, सदस्य किशोर न्याय बोर्ड, ने विधि-विरुद्ध बालकों के मामलों को समयबद्ध रूप से निपटाने और सोशल बैकग्राउंड रिपोर्ट की तामील पर जोर दिया।
- श्री विवेकानंद मिश्र, सदस्य बाल कल्याण समिति, ने बालकों और समिति के कार्यक्षेत्र से संबंधित विषयों पर जानकारी साझा की।
- श्रम विभाग ने श्रम कानूनों और अपनी योजनाओं की जानकारी दी।
- वन स्टॉप सेंटर की प्रबंधक श्रीमती नीतू भारती और मनोवैज्ञानिक श्रीमती मीनू जायसवाल ने पीड़िताओं के स्वास्थ्य परीक्षण और सेंटर के कार्यों की जानकारी दी।
बैठक में जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर, सपोर्ट पर्सन श्रीमती विभा पांडेय, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर सुश्री ज्योति जायसवाल, चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रतिनिधि अमित उपाध्याय और अन्य बाल कल्याण अधिकारी उपस्थित रहे।
यह बैठक बाल संरक्षण और किशोर न्याय से जुड़े मुद्दों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। अधिकारियों ने जनपद में बाल संरक्षण उपायों को और अधिक प्रभावी बनाने की प्रतिबद्धता जताई।