समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अस्थियों को सोमवार दोपहर हरिद्वार के नमामि गंगे घाट पर गंगा जी में विसर्जित किया गया। इस मौके पर नेताजी के बेटे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश, बहू डिंपल यादव, छोटे बेटे प्रतीक यादव, भाई शिवपाल, अभयराम और राजपाल यादव मौजूद रहे। इनके अलावा, शिवपाल के बेटे आदित्य, अभयराम के बेटे धर्मेंद्र, अनुराग, राजपाल के दोनों बेटे अभिषेक और आर्यन यादव, मुलायम के पोते तेजप्रताप यादव और उनके बहनोई आजन्ट सिंह यादव के साथ परिवार के 20 से ज्यादा लोग वहां मौजुद थे।
अखिलेश यादव की दोनों बेटियां अदिति और टीना भी अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में मौजूद थीं। इसके अलावा, सपा के महासचिव राम गोपाल यादव और हरिद्वार से बीजेपी विधायक मदन कौशिश भी यहां मौजूद थे। बता दें कि, 10 अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव का निधन हुआ था। 11 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव सैफई में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ था।
17 अक्टूबर की सुबह 10.30 बजे अखिलेश यादव अपने परिवार के साथ सैफई हवाई पट्टी से हरिद्वार के लिए रवाना हुए और दोपहर में वहां पहुंचे। इसके बाद सोमवार दोपहर 2.00 बजे हरिद्वार के नमामि गंगे घाट पर मुलायम सिंह यादव की अस्थियां विसर्जित की गईं। इससे पहले, अस्थियों का विसर्जन वीआईपी घाट पर होना था, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्यक्रम में बदलाव किया गया, मुलायम सिंह यादव की अस्थि विसर्जन को लेकर अखिलेश यादव पूरे परिवार के साथ हरिद्वार पहुंचे, मुलायम सिंह के निधन के बाद 10 अक्टूबर से यादव परिवार सैफई में एक साथ है।
नेताजी की आत्मा की शांति के लिए 21 अक्टूबर को सैफई में शांति हवन का आयोजन किया गया है। इस दिन ब्राह्मण भोज भी होगा, हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, किसी व्यक्ति के निधन के 13 दिन बाद पर तेरहवीं रखी जाती है, लेकिन सैफई की परंपरा कुछ अलग है। इन परंपराओं का पालन करते हुए मुलायम सिंह की तेरहवीं नहीं की जाएगी।